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मुंबई में रेमडेसिवीर दवा दुकानों से गायब, जमकर हो रही कालाबाजारी

कई लोगों को अपने रिश्तेदारों के लिए कोरोना की ये दवा नहीं मिल रही है

Published
राज्य
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देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं कोरोना वायरस की वैक्सीन तो अभी नहीं आई है, लेकिन जीवनरक्षक दवा रेमडेसिवीर की मांग अच्छी खासी देखने मिल रही है. महाराष्ट्र में रेमडेसिवीर की मांग को देखते हुए इसकी काला बाजारी भी बड़े पैमाने पर हो रही है. हलात ये है कि कई लोगों को अपने रिश्तेदारों के लिए दवा नहीं मिल रही है और उन्हें एक दुकान से दूसरे दुकान घूमना पड़ रहा है. वहीं कई लोग ट्विटर पर नेताओं से मदत मांग रहे हैं.

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मदद मांगने वाले कुछ लोगों को मदद मिल रही है लेकिन हर शख्स खुशकिस्मत नहीं है.

बीएमसी के अधिकारियों का कहना है कि 15000 दवा का ऑर्डर बीएमसी दे चुकी है. इसमें से 5900 अब तक बीएमसी को मिल गई है. दवा की कालाबाजारी ना हो इसे लेकर बीएमसी अलर्ट है. कालाबाजारी करने वालों को नहीं बक्शा जाएगा.

ड्रग कंट्रोलर जनरल ने लिया संज्ञान

देश के ड्रग कंट्रोलर ने COVID -19 में इलाज के लिए काम में आने वाली दवा रेमडिसीवर की हो रही काला बाजारी की खबरों के बाद संज्ञान लेते हुए राज्यों को आदेश जारी कर कहा है कि दवा की सप्लाई और उचित कीमत पर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करें. उन्होंने राज्यों के ड्रग कंट्रोल विभाग को जीवनरक्षक दवा की कीमत पर नजर रखने को कहाा है, ताकि इसकी कला बाजारी न हो सके.

बता दें कि रेमडेसिवीर दवा की कीमत 4000 से लेकर 5400 रुपए तक है. जबकि ब्लैक में ये दवा 40,000 रुपये तक में बिक रही है. सोशल मीडिया पर भी इस बारे में लोग खूब लिख रहे हैं. इसके साथ Tocilizumab 400mg दवा का भी यही हाल है.
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महाराष्ट्र में बढ़ रहा है कोरोना का खतरा

गुरवार को महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आंकडों के मुताबिक 6875 नए मामले दर्ज किए गए हैं. जो कि एक दिन में सामने आए अब तक का दूसरे नंबर का आंकड़ा है. एक दिन में 1268 मामलों के साथ मुंबई पिछले कुछ हफ्तों से स्टेबल दिखाई दे रही है. मुंबई में संक्रमितो का आंकड़ा जल्द 90 हजार तक पहुंच सकता है. फिलहाल मुंबई में कुल 89124 संक्रमित मरीज हैं. राज्य के कुल संक्रमित आंकडों में मुंबई का हिस्सा 40% का है. लेकिन रोज आने वाले मामलों को देखें तो मुंबई का हिस्सा कम हुआ है. ये घटकर 18% पर आ चुका है. लेकिन मुंबई से सटे ठाणे, नवी मुंबई , कल्याण -डोंबिवली शहरों में लगातार केस बढ़ रहे हैं. हालत ये है ठाणे ने एक्टिव केस के मामले में मुंबई को पीछे छोड़ दिया है .ठाणे में 30 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं जबकि मुंबई म ये आंकड़ा 23 हजार है .

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