चेक रिपब्लिक के नेताओं ने देश का नाम बदलकर ‘चेकिया’ रखने का प्रस्ताव दिया है.
स्थानीय पोर्टल ‘वेबसाइट एजेसी डॉट कॉम’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चेक रिपब्लिक का नाम बदलने के लिए इस नाम के अशुद्ध संक्षिप्त रूप का हवाला दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि नया नाम कोई नया शब्द नहीं है, बल्कि लातिन शब्द से आया है.
वेबसाइट के मुताबिक, ‘अंग्रेजी में चेकिया शब्द इस्तेमाल करने के अन्य ऐतिहासिक सबूत 1856 से 1866 के बीच ऑस्ट्रेलिया के समाचार पत्रों में मिलते हैं.’
वेबसाइट ने कहा कि अमेरिकी समाचार पत्रों ने सन 1918 से 1960 के बीच चेकोस्लोवाकिया के पश्चिमी हिस्से के लिए चेकिया शब्द का इस्तेमाल किया था, जो समकालीन चेक गणराज्य है.
समाचार पत्र ‘द गार्जियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री लूबोमिर जाआरालेक ने नाम बदलने के लिए नाम की विकृतियों व गलत वर्तनियों का हवाला दिया है.
दूसरा कारण यह है कि कुछ लोग देश का नाम अब भी चेकोस्लोवाकिया बुलाते हैं, जो अब है ही नहीं.
चेकोस्लोवाकिया सन 1993 तक ही था, जिसके बाद इसके दो भागों में बंटने से एक देश स्लोवाकिया, जबकि दूसरा चेक गणराज्य बन गया.
अधिकारियों ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र से देश का नाम अपडेट करने के लिए कहेंगे.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)