ADVERTISEMENTREMOVE AD

मोदी जी, आप कैबिनेट में सलमान और प्रियंका को लेना भूल गए क्या?

अनुराग कश्यप और अनुपम अंकल भी तो हैं मिनिस्ट्री की लाइन में.

Published
भारत
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

हालिया मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सभी को एक बात तो समझ आ गई कि ‘दबंग’ मोदी किसी को भी मंत्री बना सकते हैं और किसी को भी हटा सकते हैं.

काश कि मोदी अपनी इस दबंगई से हमारे कुछ बॉलीवुड सितारों को मिनिस्टर बना देते, तो मजा आ जाता. लगे हाथ उनकी पार्टी का ग्लैमर भी बढ़ जाता. खैर कोई बात नहीं, हम प्रधानमंत्री को कुछ नाम बताते हैं, ताकि अगली बार के बदलाव में मोदी जी उन्हें याद रखें.

सलमान भाई- कानून मंत्री

अनुराग कश्यप और अनुपम अंकल भी तो हैं मिनिस्ट्री की लाइन में.

ऐसा इसलिए, क्योंकि केस करने में भाई का खूब इंटरेस्ट है. अरे भाई कानून के जानकार हैं, तभी तो पीकर गाड़ी चढ़ाने, बेजुबान जानवरों को मारने जैसे केसों में भी निर्दोष पाए गए हैं. कुल मिलाकर सलमान को किसी से भी ज्यादा कानून आता है.

अनुपम खेर- सूचना प्रसारण मंत्री

अनुराग कश्यप और अनुपम अंकल भी तो हैं मिनिस्ट्री की लाइन में.

चाहे वह जेएनयू वाला असहिष्णुता का मामला हो या तन्मय भट्ट द्वारा तेंदुलकर और लता दीदी का मजाक उड़ाने का, पिछले कुछ दिनों में अनुपम अंकल ने अपने दिमाग की सूचनाओं का खूब प्रसारण किया है. अनुपम जी सरकार में न होते हुए भी सरकारी लाइन का बखूबी पालन करते हैं.

अनुराग कश्यप- स्वास्थ्य मंत्री

अनुराग कश्यप और अनुपम अंकल भी तो हैं मिनिस्ट्री की लाइन में.

अनुराग कश्यप को गंजेड़ी, नशेड़ियों की अच्छी समझ है. वो नशे के धंधे की काली दुनिया के बारे में बहुत शौक भी रखते हैं, तभी तो उनकी फिल्मों की कहानियों का सबसे ज्यादा नशा इसी दुनिया से आता है. खैर ये सब तो ठीक है, लेकिन ‘उड़ता पंजाब’ की आखिरी लाइन उन्हें इस मिनिस्ट्री के लिए सबसे अच्छा विकल्प बनाती है. लाइन है, यूनाइट इन द फाइट अगेंस्ट ड्रग्स.

प्रियंका चोपड़ा

अनुराग कश्यप और अनुपम अंकल भी तो हैं मिनिस्ट्री की लाइन में.

देशी गर्ल विदेश मंत्री के चेहरे में खूब फबेंगी. अब जब वो विदेश मंत्री के तौर पर कहीं विदेश जाया करेंगी, तो अपने देश की तरफ से खूब नाच-गाना कर सकती हैं.

विद्या बालन- ग्रामीण विकास मंत्रालय

अनुराग कश्यप और अनुपम अंकल भी तो हैं मिनिस्ट्री की लाइन में.

विद्या बालन ने बड़ी शिद्दत के साथ खुद लोगों को शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया. वह शायद देश की ‘डर्टी पिक्चर’ बदल सकें, यदि उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय दे दिया जाए़.

तो अब सोचिए, क्‍या होगा, अगर सचमुच ऐसा हो जाए...

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×