ADVERTISEMENTREMOVE AD

#MuslimWomenDay: मजहब नहीं सिखाता इन्हें बेड़ियों में रहना

लड़कियों को नाम कमाने से कोई मजहब नहीं रोक सकता

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

सच में इन मुस्लिम लड़कियों को मजहब बेड़ियों में रहना नहीं सिखाता. आज #muslimwomenday पर आपको हम मिलवाते हैं कुछ ऐसी ही महिलाओं से जो बेड़ियों से आजाद होकर एक नई ऊंचाई को छू रही हैं.

फिर चाहे वो हवाई जहाज उड़ाना हो या फिर खूबसूरती हो. हर फिल्ड में ये महिलाएं अपना नाम बना चुकी हैं.

आएशा अजीज

सबसे छोटी उर्म की कमर्शेियल पॉयलट

लड़कियों को नाम कमाने से कोई मजहब नहीं रोक सकता
(फोटो: Twitter)

अजीज महज 16 साल की उम्र में देश की सबसे कम उम्र की पायलट बनी थीं. उन्हें 2011 में स्टूडेंट पायलट का लाइसेंस मिला था. वर्ली के एक बिजनसमैन की बेटी अजीज ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की. आएशा का दिल सिर्फ इतने से ही नहीं भरा, आएशा का अगला सपना मिग-29 फाइटर जेट उड़ाने का है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नूरा आफिया

कवर गर्ल की पहली हिजाब वाली ब्रैंड अंबेसडर

नूरा आफिया पहली मुस्लिम महिला हैं जो पहली कवर गर्ल की हिजाब वाली बैंड एंबेसडर बनीं हैं. इसे पहले नूरा एक ब्यूटी ब्लॉगर थीं और इतना ही नहीं नूरा के 200,000 से भी ज्यादा यूट्यूब सबस्क्राइबर्स हैं.

लड़कियों को नाम कमाने से कोई मजहब नहीं रोक सकता
0

हलिमा एडीन

पहली हिजाब वाली रनवे मॉडल

लड़कियों को नाम कमाने से कोई मजहब नहीं रोक सकता
(फोटो: Twitter)

हलिमा एडीन का जन्म केन्या के एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था. आज दुनिया उन्हें पहली हिजाब पहनकर रनवे पर मॉडलिंग करने वाली पहली महिला के तौर पर जानती है. हलीमा ने कानिए वेस्ट के शो में हिजाब पहनकर मॉडलिंग की तो सुर्खियों में भी आई और तारीफ भी मिली.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इबतीहज मोहम्मद

पहली हिजाब वाली फेंसिंग गेम ओलंपियन

लड़कियों को नाम कमाने से कोई मजहब नहीं रोक सकता
(फोटो: Twitter)

अमरीका की पहली मुस्लिम ओलंपियन जिसने हिजाब पहनकर रियो ओलंम्पिक में हिस्सा लिया. किसने सोचा था की एक लड़की फेंसिंग जैसी खतरनाक खेल में हिस्सा लेगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैरोलाइन वॉकर

पहली जज जिसने कुरान की कस्म खाई बॉइबल की जगह

लड़कियों को नाम कमाने से कोई मजहब नहीं रोक सकता
(फोटो: Twitter)

एक तरफ डोनाल्ड ट्रम्प कहते हैं कि वो दूसरे देशों से आने वाले मुसलमानों को रोकेंगे और वहीं अमेरिकी में ही कैरोलाइन वॉकर पहली जज बनीं जिन्होंने कुरान पर हाथ रख कर शपथ ली.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×