संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर मसूद को आतंकी घोषित करवाने की भारत की कोशिशों को नाकाम करने का चीनी रवैया किसी से छुपा नहीं है. लेकिन अब एक चीनी राजनयिक ने ही इस रवैये की आलोचना की है.
सिवेई नाम के वरिष्ठ राजनयिक का मानना है कि अजहर मसूद एक आतंकी है और चीन को उसी हिसाब से उसके खिलाफ अपना रुख तय करना चाहिए.
‘अजहर को आतंकी घोषित करवाने से अच्छे होंगे संबंध’
अजहर को लेकर भारत-चीन के गतिरोध पर चीनी राजनायिक माओ सिवेई ने एक ब्लॉग में लिखा कि चीन को अजहर के खिलाफ भारत की शिकायत का लाभ उठाना चाहिए.
संयुक्त राष्ट्र में अजहर मसूद को आतंकी घोषित करवाना चाहिए. इससे दोनों देशों के बीच निष्क्रिय राजनायिक परिस्थितियां फिर से सक्रिय हो जाएंगी.
सिवेई ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के इतिहास को भी खंगाला. उन्होंने लिखा जब भी भारत और पाकिस्तान ने अपने संबंधों को सामान्य करने की कोशिश की है तो इस तरह इन संगठनों ने हिंसक हमले किये हैं.
मुझे लगता है कि चीन को अब भारत की शिकायत को गंभीरता से समझना चाहिए. साथ ही संयुक्त राष्ट्र की 1267 समिति की सूची में जैश प्रमुख का नाम शामिल कराने को लेकर बनी निष्क्रिय राजनायिक स्थिति से छुटकारा पाना चाहिए.सिवेई, चीनी राजनयिक
सिवेई कोलकाता में चीन के महावाणिज्य दूत के रुप में सेवाएं दे चुके हैं.
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