बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा पर चल रहे विवाद के बाद चीन ने एक बार फिर भारत पर निशाना साधा है. चीन ने कहा है कि भारत को विमानवाहकों के निर्माण के काम में तेजी लाने से ज्यादा ध्यान आर्थिक विकास पर देना चाहिए.
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया है, ‘‘विमान वाहक विकसित करने के लिए नई दिल्ली कुछ ज्यादा ही बेसब्र हो रही है. यह देश औद्योगिकीकरण के अभी शुरुआती चरणों में ही है और ऐसे में विमान वाहक बनाने की राह में कई तकनीकी अवरोध आएंगे.'' लेख में भारत को अपने अर्थव्यवस्था पर ज्यादा ध्यान देने की नसीहत दी गई है.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘विदेश कारोबार में विस्तार और चीन की ‘वन बेल्ट ऐंड वन रोड' पहल के चलते चीन की नौसेना ने एक नया मिशन हाथ में लिया है, ये मिशन विदेशों में देश के हितों की रक्षा करना है.''
रिपोर्ट में सैन्य विशेषज्ञ सांग जोंगपिंग के हवाले से कहा गया कि इसके परिणामस्वरुप नौसेना के लिए चीन की सैन्य रणनीति में बदलाव आया है और अब नई आवश्यकताओं के लिए उसे विदेशों में अपनी मौजूदगी बढ़ानी होगी.
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘विश्व की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था होने के नाते चीन समंदर मार्गों को सुरक्षित रखने की खातिर मजबूत नौसेना बनाने में समक्ष है''.
बता दें कि चीन ने 23 अप्रैल को अपनी नौसेना की 68वीं सालगिरह मनाई. चीन अपने नौसेना बेड़े में तेजी से इजाफा कर रहा है. चीन की नौसेना ने विदेशों में खासा विस्तार करते हुए पाकिस्तान के ग्वादर और हिंद महासागर के दिज्बोउटी में नए साजो सामान के साथ सैन्य अभ्यास किए हैं. लेकिन चीन का आधिकारिक मीडिया भारत विमान वाहकों को लेकर शोर मचा रहा है.
इससे पहले चीन ने दलाई लामा के अरुणाचल दौरे का विरोध किया था, जिस पर भारत ने खास ध्यान नहीं दिया. भारत ने कहा था कि दलाई लामा एक आध्यात्मिक नेता हैं और उस इलाके में उनके फॉलोवर्स हैं. इसके बाद चीन की भारत पर ये नई तिकड़म है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)