फ्रांस में रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव के पहले चरण के नतीजे आ गए हैं. गृह मंत्रालय की ओर से जारी लगभग अंतिम नतीजों के अनुसार, एमेनुअल मैकरोन 23.9 प्रतिशत वोट के साथ सबसे आगे रहे. हालांकि, वह नेशनल फ्रंट की नेता ला पेन को मिले 21.4 प्रतिशत मतों से कुछ ही आगे रहे.
नतीजों में मैकरोन को देश के इतिहास में सबसे पसंदीदा युवा नेता के तौर पर उभरते हुए दिखाया गया है.
दिलचस्प बात ये है कि यूरोपियन यूनियन के समर्थक एमेनुअल मैकरोन धुर दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ला पेन का सामना करने के लिए तैयार हैं, जो यूरोपियन यूनियन के पक्ष में नहीं हैं.
अगर वहां फ्रंट नेशनल पार्टी की मरीन ला पेन चुनाव जीतती हैं, तो इससे यूरोपियन यूनियन के आइडिया को बड़ा झटका लगेगा. ला पेन फ्रांस को यूरो से बाहर लाना चाहती हैं, क्योंकि पूरे यूरोप के लिए एक करेंसी का आइडिया पसंद नहीं है. उनके लिए ‘फ्रांस फर्स्ट’ की पॉलिसी जरूरी है.
7 मई को आमने-सामने का मुकाबला
39 साल के मैकरोन ने पेरिस में अपने हजारों समर्थकों को कहा, ‘‘मैं कई महीनों से फ्रांसीसी जनता के रोष, डर और संशयों के बारे में सुनता आ रहा हूं और आज भी मैंने इस बारे में सुना.'' उन्होंने संकल्प लिया कि वह फ्रांसीसी राजनीति के नवीकरण और देश को आधुनिक बनाने के अपने एजेंडे के पीछे ‘देशभक्तों' को ला पेन और ‘राष्ट्रवादियों के खतरे' के खिलाफ एकजुट करेंगे.
चार उम्मीदवारों को इस दौड़ में सबसे प्रबल उम्मीदवार माना जा रहा था. कंजर्वेटिव उम्मीदवार फ्रांस्वा फिलन, धुर दक्षिणपंथी मरीन ला पेन, लिबरल मध्यमार्गी एमानुएल मैकरोन और धुर वामपंथी ज्यां-लक मेलेंकन.
ये दोनों सात मई को आमने-सामने के मुकाबले में उतरेंगे.
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