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Baisakhi 2019: इन शानदार WhatsApp मैसेज के जरिए दें बैसाखी की बधाई

Baisakhi 2019: इन शानदार वॉट्सऐप मैसेज के जरिए दें बैसाखी की बधाई 

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बैसाखी का त्योहार देश के कुछ भागों, खास तौर पर पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है. वैसे तो ये त्योहार 13 अप्रैल को होता है, लेकिन पिछले कई साल से 14 तारीख को मनाया जा रहा है. इसे कृषि पर्व के तौर पर भी मनाया जाता है, क्योंकि इस दौरान पंजाब में रबी फसल पककर तैयार हो जाती है.

ऐसी मान्‍यता है कि इस दिन सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. इस कारण लोग बहुत ही धूम-धाम से ये त्योहार मनाते हैं. खालसा पंथ की स्थापना नेकी और धर्म के लिए हमेशा तत्पर रहने के लिए की गई थी.

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इस दिन लोग अपने जानने वालों को सुबह उठते ही शुभकामनाएं देते हैं. पहले तो लोग फोन पर ही दोस्तों को शुभकामनाएं देते थे, लेकिन आज के दौर पर वॉट्सऐप या फेसबुक के जरिए मैसेज करते हैं. आप अपने परिवार वालों या साथियों को इस विशेष पर्व पर इन मैसेज, कोट्स, स्टेटस के जरिए विश कर सकते हैं.

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Baisakhi 2019 पर दोस्तों को करें ये मैसेज

  • नाचो-गाओ, खुशी मनाओ, आई है बैसाखी, चलो जश्‍न मनाओ, रखकर सब चिंताओं को एक ओर रखकर, मिलकर गीत खुशी के गाओ और बैसाखी का त्‍योहार मनाओ

Happy Baisakhi 2019!

  • बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई, तो भंगड़ा पाओ, खुशी मनाओ, मिलकर सब बंधु भाई.

Happy Baisakhi 2019!

  • तुसी हसदे हो सानू हसान वास्ते, तुसी रोने ओ सानू रूआन वास्ते, इक वारी रुस के ता वेखो सोनेओ, मर जावांगे तुआनू मनान वास्ते, बैसाखी दा दिन है खुशियां मनान वास्ते,

बैसाखी दीयां वधाइयां!

  • ओह खेतां दी महक, ओह झूमरां दा नचना, बड़ा याद आउंदा है, तेरे नाल मनाया होया हर साल याद औंदा है, दिल करदा है तेरे कोल आके वैसाखी दा आनंद लै लां, की करां काम्म दी मजबूरी, फिर वी दोस्त तूं मेरे दिल विच रेहंदा हैं

बैसाखी दीयां वधाइयां!

  • खूशबू तेरी यारी दी सानू मेहका जांदी है, तेरी हर इक कित्ती होई गल सानू बेहका जांदी है, साह ता बहुत देर लगांदे ने आन-जान विच, हर साह तो पेहला तेरी याद आ जांदी है.

बैसाखी दीयां वधाइयां!

  • एसएमएस भोजण दा नहीं सी शौंक साणूं, तेरी याद ने मोबाइल फड़ा दित्ता, मैसेज लिखदे-लिखदे स्पेस मुक्की, अस्सी ओवरराइट अलाउड ला दित्ता, यारा मेराया मैसेज दा रिप्लाई करीं, अस्सी अपणां फर्ज निभा दित्ता

बैसाखी दीयां वधाइयां!

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बैसाखी के दिन गुरुद्वारों में शबद-कीर्तन होता है और भारी संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं. कीर्तन-शबद की समाप्ति के बाद लंगर का आयोजन भी होता है.

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