राहु काल का समय: ज्योतिष में नौ ग्रह गिने जाते हैं, सूर्य, चंद्रमा, बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु और केतु. जिसमें राहु, राक्षसी सांप का मुखिया है जो हिन्दू शास्त्रों के अनुसार सूर्य या चंद्रमा को निगलते हुए ग्रहण को उत्पन्न करता है. राहु तमस असुर है राहु का कोई सिर नहीं है और जो आठ काले घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाले रथ पर सवार हैं.
Rahu Kaal Timings
1 September, Tuesday: दिन के 3:32 से 05:07 बजे तक, अवधि 01 घंटा 35 मिनिट, दिल्ली
2 September, Wednesday: दिन के 12:00 से 01:56 बजे तक, अवधि 01 घंटा 35 मिनिट, दिल्ली
3 September, Thursday: दिन के 1:55 से 3:30 बजे तक, अवधि 01 घंटा 35 मिनिट, दिल्ली
4 September, Friday: सुबह 10:45 से 12:20 बजे तक. अवधि 01 घंटा 35 मिनिट, दिल्ली
5 September, Saturday: सुबह 09:10 से 10:45 बजे तक, अवधि 01 घंटा 35 मिनिट, दिल्ली
6 September, Sunday: सायं 05:02 से 06:37 बजे तक, अवधि 01 घंटा 34 मिनिट, दिल्ली
मान्यता के अनुसार राहु काल को अशुभ माना जाता है. इस काल में शुभ कार्य नहीं कि जाते है. यहां आपके लिए लाए है सप्ताह के दिनों पर आधारित राहुकाल का समय, जिसके देखकर आप अपना दैनिक कार्य कर सकते हैं.
प्रतिदिन राहुकाल का समय लगभग डेढ़ घंटे के करीब होता है, तो उस दिन की शुभ तिथि और शुभ मुहूर्त में अपना कार्य प्रारंभ करते समय आप इस समयाविधि का विशेष ध्यान रखें, और इस राहुकाल की अवधि से पूर्व या फिर बाद में अपना शुभ समय देखकर ही शुभ कार्य को प्रारंभ करें.
राहुकाल की गणना
राहुकाल की गणना सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर की जाती है और इस प्रकार यह प्रत्येक प्रतिदिन बदलता रहता है. इस प्रकार मिले 12 घंटों को बराबर आठ भागों में बांटा जाता है. इन बारह भागों में प्रत्येक भाग डेढ घण्टे का होता है. हां इस बात का ध्यान रखा जाता है कि वास्तव में सूर्य के उदय के समय में प्रतिदिन कुछ परिवर्तन होता रहता है और इसी कारण राहु काल के समय में भी उतार चढ़ाव होता रहता है.
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