इंटरनेट और स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल ने आज के दौर में एक क्लिक पर सभी तरह की सुविधा मुहैया कराने का काम किया है. टेक्नोलॉजी ने लोगों की लाइफस्टाइल को आसान करने के साथ-साथ बेहतरीन रोजगार देने का भी काम किया है. इसी टेक्नोलॉजी के दम पर पिछले कुछ सालों में देश में कई स्टार्टअप ने अपनी जबरदस्त पकड़ बनाई है.
नए स्टार्टअप खुलने के मामले में आज भारत पूरी दुनिया में तीसरे पायदान पर पहुंच चुका है. इतना ही नहीं 16 जनवरी 2016 को केंद्र सरकार की तरफ से स्टार्टअप इंडिया योजना की भी शुरुआत की गई. कुछ ऐसे ही स्टार्टअप्स पर नजर डालते हैं जिसने भारतीयों की जिंदगी बदलने में बेहतरीन योगदान दिया है.
फ्लिपकार्ट ने बढ़ाया ऑनलाइन शॉपिंग
शॉपिंग करने के लिए पहले मार्केट जाना जरूरी होता था. लेकिन फ्लिपकार्ट ने लोगों को हर सामान ऑनलाइन उपलब्ध कराकर उनकी राह को आसान कर दिया. आईआईटी दिल्ली से पढ़े हुए दो युवा सचिन और बिन्नी बंसल ने 2007 में ऑनलाइन किताब बेचने के लिए इसकी शुरुआत की थी.
आज के समय में इस ईकॉमर्स साइट पर सभी तरह के सामान मौजूद हैं. सफलतापूर्वक कारोबार करने के साथ ही फ्लिपकार्ट ने जबॉन्ग और मिंत्रा जैसी कंपनियों का भी टेकओवर कर लिया.
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को बढ़ाया पेटीएम
आज अधिकांश मोबाइल यूजर्स ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए सबसे अधिक पेटीएम मोबाइल एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं. इस ऐप ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका अदा की है. साल 2010 में दिल्ली में विजय शेखर ने पेटीएम शुरू किया था.
मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल पेमेंट, सिनेमा टिकट बुकिंग के लिए शुरू किया गया पेटीएम कुछ ही समय में अपनी जबरदस्त पकड़ बना ली. आज के समय में पेटीएम की कुल बाजार कीमत 65000 करोड़ रुपए को पार कर चुकी है.
ओला से कैब की राह हुई आसान
कहीं भी जाने-आने के लिए लोगों को घंटों टैक्सी या ऑटो का इंतजार करना पड़ता था. इतना ही नहीं इनकी मनमानी के सामने लोगों की एक नहीं चलती थी और उन्हें काफी पैसे भी देना होता था. लेकिन इस परेशानी का हल ढूंढ़ निकाला आईआटी मुंबई से पढ़े दो युवा भविष अग्रवाल और अंकित भाटिया ने. इन दोनों ने मिलकर ओला कैब्स शुरू की. इस ओला कैब ने लोगों की जिंदगी क इतनी आसान कर दी है कि आज एक कॉल पर आपके घर पर कैब मौजूद होता है, वो भी मुनासिब दाम पर.
जोमैटो
दिन या रात कभी भी खाने का मन हो, लेकिन घर या ऑफिस से कहीं बाहर जाने का मन नहीं हो तो आज आपके पास कई तरह की ऑनलाइन सुविधा है. जहां एक कॉल करके आप अपना पसंदीदा खाना ऑर्डर कर सकते हैं. लोगों के खाने की चाहत को ध्यान में रखकर ही साल 2008 में दीपेंद्र गोयल ने जोमैटो की शुरुआत की. आज के समय में जोमैटो अपनी सर्विस के कारण देशभर में काफी मशहूर हो चुका है.
लर्निंग प्लेटफॉर्म बायजु
जब सबकुछ ऑनलाइन उपलब्ध है तो फिर पढ़ाई के लिए दूर भागने की क्या जरूरत. स्टूडेंट्स को ऑनलाइन टीचिंग फैसलिटी मुहैया कराने के मकसद से केरल के के रवींद्रन ने 2011 में बायजु की शुरुआत की.
10वीं क्लास से लेकर आईआईटी, मेडिकल, जीमैट, जीआरई, सीसैट तक की तैयारियां इस प्लेटफॉर्म पर करवाई जा रही है.
बायजु मोबाइल एप को 1 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. फिलहाल इस कंपनी की बाजार कीमत 4500 करोड़ के करीब है.
ओयो रूम्स
घूमने-फिरने के शौकीन लोग और अक्सर टूर पर जाने वाले लोगों के लिए होटल बुकिंग की राह आसान करने का काम किया है ओयो रूम्स ने. 2012 में रितेश अग्रवाल ने इसकी शुरुआत की.
आज के समय में देश के 200 शहरों के साथ मलेशिया में भी ओयो होटल बुकिंग की राह आसान करने का काम कर रहा है ओयो रूम्स.
प्रैक्टो
घर तक डॉक्टर और मेडिकल सुविधा मुहैया कराने में बेहतरीन भूमिका निभा रहा है प्रैक्टो. देश में मेडिकल सुविधाओं की किल्लत को देखते हुए 2008 में बेंगलुरू के शशांक ने इसकी शुरुआत की. आज के समय में 2 लाख से ज्यादा डॉक्टर इससे जुड़कर देशभर में अपनी सर्विस दे रहे हैं.
बिग बास्केट
राशन का सामान खरीदने के लिए दुकान पर घंटों खड़े रहना भी अब बीते दिनों की बात हो गई है. किचन में इस्तेमाल होनेवाले सभी सामान एक कॉल पर घर तक पहुंचाने का बेहतरीन काम किया है बिग बास्केट ने.
लोन और इंश्योरेंस प्रोडक्ट के बारे में बेहतरीन आम लोगों को बेहतरीन जानकारी देने काम कर कर रहा है बैंक बाजार डॉट कॉम.
मैजिकब्रिक्स
प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री को सबसे मुश्किल कामों में से एक माना जाता रहा है. प्रॉर्पटी साइट पर विजिट करना, उसके बारे में जानकारी जुटाना और फिर खरीदारी या बिक्री के लिए काफी समय तक इंतजार करना पड़ता था, लेकिन मैजिक ब्रिक्स ने ये सारे काम ऑनलाइन उपलब्ध करवाकर लोगों की काफी मदद की है.
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