advertisement
बिटकॉइन समेत विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चा थमने का नाम नहीं ले रही है. कभी बैन की बातें तो कभी नया शिखर, इस तरह की करेंसी ने निवेशकों को काफी रिझाया है. क्रिप्टो मार्केट में तीन अहम बातें सामने आ रही हैं.
हम सामान्य तौर पर बिटकॉइन या कुछ प्रचलित ऐसी डिजिटल करेंसी को ही क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर देखते हैं. लेकिन यह जानकर शायद आपको हैरानी हो कि वर्तमान में विश्व भर में 9000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी प्रचलन में हैं. हाल के दिनों में इस संख्या में और भी तेजी से इजाफा देखने को मिला है. बीते केवल 1 महीने में करीब 400 नई क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आई हैं. 31 मार्च को कॉइन मार्केट कैप वेबसाइट के अनुसार ऐसी कुल 9042 क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में है जिसमें आखिरी केवल 24 घंटों में ही कम से कम 16 नए नाम शामिल हुए हैं.
तमाम संशय के बावजूद क्रिप्टोकरेंसी का बाजार लगातार बड़ा होता जा रहा है. 31 मार्च को क्रिप्टो बाजार का आकार अपने किसी भी समय के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. कॉइन मार्केट कैप वेबसाइट के अनुसार क्रिप्टो मार्केट का आकार 31 मार्च को पहली बार 1900 बिलियन डॉलर के ऊपर पहुंच गया. वर्तमान में 1924 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप से संभव है कि इस बाजार को 2 ट्रिलियन यानी 2000 बिलियन वैल्यूएशन के लिए ज्यादा इंतजार ना करना पड़े. न केवल बढ़ते बिटकॉइन के भाव, बल्कि क्रिप्टोकरेंसी निवेश को लेकर आमतौर पर बदलती धारणा के कारण खरीदारी की मांग से यह तेजी दिख रही है.
बिटकॉइन सर्वाधिक प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी है. लेकिन नए आए कुछ क्रिप्टोकरेंसी ने बिटकॉइन के मार्केट शेयर में अच्छी सेंध लगाई है. बिटकॉइन जो एक समय मार्केट पर पूरी तरह पकड़ रखता था अब उसकी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में शेयर सिर्फ 59% ही रह गया है. अक्टूबर 2020 के बाद यह पहली बार है जब बिटकॉइन का मार्केट शेयर 60% से नीचे आया हो. इसका अहम कारण बिटकॉइन में टेस्ला के बड़े निवेश के बाद आई अच्छी तेजी के कारण निवेशकों द्वारा इसे ओवरवैल्यूड समझा जाना है. कुछ नई क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन की रफ्तार और कुछ अन्य इनोवेशन बिटकॉइन से बेहतर है. इस कारण भी निवेशकों ने बिटकॉइन के अलावा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का रुख किया है.
मई 2013 के अनुसार बिटकॉइन कुल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में 94% हिस्सा रखता था. फरवरी 2017 में यह मार्केट शेयर घटकर 86% हो गया. जून 2017 में बिटकॉइन की हिस्सेदारी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में किसी भी समय के न्यूनतम स्तर पर आते हुए 37% पर पहुंच गई थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)