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शेयर बाजार में अनिश्चितता बड़ा आश्चर्य नहीं है. लेकिन ऐसे समय में जब कोरोना के मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हो, बाजार में निवेशकों का चिंतित होना स्वाभाविक है. बावजूद इसके, मार्केट का प्रदर्शन न केवल इस हफ्ते अच्छा रहा, बल्कि मोटे तौर पर भी कोरोना का अब तक बाजार पर कोई बड़ा असर नहीं दिखा है. आखिर क्या रही बाजार में इस हफ्ते तेजी की वजह और निवेशकों को मुनाफे के लिए क्या रणनीति अपनानी चाहिए, आइए जानते हैं-
शुक्रवार की बड़ी गिरावट को छोड़ दे तो इस हफ्ते हर दिन बाजार चढ़ा. सोमवार और मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स करीब 1% मजबूत हुए थे. इसी तरह बुधवार को बाजार में 1.5% की अच्छी तेजी रही. गुरुवार को बाजार मामूली उछाल के बाद फ्लैट बंद हुआ था. हफ्ते के आखिरी दिन हालांकि विदेशी बाजारों से कमजोर संकेतों के बीच बिकवाली से मार्केट करीब 1.8% टूटा. इस तरह बीते हफ्ते BSE सेंसेक्स इंडेक्स नेट आधार पर 1.89% चढ़ा. वहीं, NSE निफ्टी में भी उछाल 2.02% की रही.
कोविड के इस दूसरे लहर में मृत्यु और मामले हर दिन नया शिखर बना रहे हैं. इसके बावजूद राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की संभावना नहीं दिख रही है. स्थिति पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकारें एवं स्थानीय प्रशासन अपने स्तर पर निर्णय ले रहे हैं. इससे आर्थिक गतिविधियों पर बीते वर्ष की तुलना में कम असर होने की उम्मीद है.
18 की आयु से ऊपर के सभी लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरु किए जाने से निवेशकों को हालात के जल्दी सामान्य होने का भरोसा है. हालांकि वैक्सीनों की कमी से कई राज्य समय पर इसकी शुरुआत नहीं कर पा रहे, प्राइवेट सेक्टर के लिए रास्ते खुलने और अन्य विदेशी वैक्सीनों के आने से चीजें सुधर सकती है. विदेशों से मिल रहे मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट से हालात के जल्द सामान्य पर भी इन्वेस्टर्स उम्मीद जता रहे हैं.
चौथी तिमाही नतीजों में ज्यादातर कंपनियों का प्रदर्शन इन्वेस्टर्स की उम्मीद के मुताबिक रहा है. इससे भी बाजार की तेजी को पंख मिल रहे हैं. निवेशकों ने भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए बाजार में खरीदारी पर जोर दिया. आने वाले कुछ दिनों में भी तिमाही नतीजों पर निवेशकों का ध्यान होगा.
बाजार में वर्तमान तेजी को घरेलू संस्थागत निवेशकों का अच्छा सहारा मिल रहा है. अप्रैल में जहां विदेशी निवेशकों ने बाजार से 11,000 करोड़ से भी ज्यादा निकाले, वहीं म्यूच्यूअल फंड, इंश्योरेंस कंपनियों इत्यादि ने करीब 10,000 करोड़ का निवेश कर बाजार को मदद दी. इस दौरान अच्छे वैल्यूएशन का रिटेल निवेशकों ने भी अच्छा इस्तेमाल किया है.
विदेशी बाजारों से अच्छे संकेतों ने भी बाजार के चढ़ने में अच्छी भूमिका निभाई. शुक्रवार को छोड़कर हर दिन बाहरी बाजारों से मिश्रित या अच्छे संकेतों ने बुल्स को मदद दी. टेक्निकल चार्ट्स में मददगार स्थिति का भी बाजार को फायदा मिला.
भले ही अब तक कोविड का बाजार पर बड़ा असर नहीं हुआ हो, लेकिन निवेशकों को पूरी सावधानी के साथ सूझबूझ से व्यापार करना चाहिए. अगर हालात जल्दी सामान्य नहीं हुए तो आने वाले दिनों में विदेशी निवेशकों द्वारा और भी बड़ी बिकवाली देखी जा सकती है. मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों की खरीद अच्छी रणनीति हो सकती है. शार्ट टर्म में मुनाफे की दृष्टि से नए निवेश से इन्वेस्टर्स को बचना चाहिए. वर्तमान होल्डिंग को लंबे समय में रिटर्न के लिए रखा जा सकता है. अब चूंकि बाजार अच्छे स्तर पर है, पैसे की जरूरत वाले निवेशक प्रॉफिट बुकिंग भी कर सकते हैं.
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