advertisement
वीडियो एडिटर- मौसमी सिंह
प्रोड्यूसर- वैभव पलनीटकर
बजट 2021 को लेकर आम नौकरी पेशा लोगों के मन में कई सारी उम्मीदें हैं. उम्मीद है कि कोरोना संकट के बाद सरकार डिमांड बढ़ाने के लिए लोगों को टैक्स में राहत दे सकती है. वित्त मंत्री ने भी कहा है कि ये आम बजट से काफी खास रहने वाला है. आपकी जेब और टैक्स पर इस बजट में क्या बदलाव हो सकते हैं इसको लेकर हमने बात की टैक्स एक्सपर्ट गौरी चड्ढा से.
उम्मीद की जा रही है की लोगों की जेब में पैसे डालने के लिए सरकार इनकम टैक्स स्लैब को आगे बढ़ा सकती है. लेकिन गौरी का मानना है कि सरकार ऐसा शायद न करे. इसकी वजह ये है कि सरकारी नहीं चाहती कि उसका टैक्स बेस कम हो. ज्यादा से ज्यादा लोग अपने फाइनेंशियल जानकारी सरकार को दें.
गौरी का मानना है कि मौजूदा स्टैंडर्ड डिडक्शन सीमा बढ़े, ऐसी उम्मीद कम की जा रही है. लेकिन 80C और 80D के तहत छूट की लिमिट को बढ़ाया जा सकता है. 80C के तहत बच्चों की ट्यूशन फीस, एलआईसी का प्रीमियम, पीपीएफ, फिक्स डिपॉजिट वगैरह की छूट शामिल हैं. ये लिमिट अभी डेढ़ लाख है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस लिमिट को बढ़ाकर ढाई लाख कर दिया जाए. 80D के तहत 25 हजार रुपये की छूट दी जाती है, लेकिन ये बहुत कम है. इसके तहत मेडिकल खर्चों की छूट दी जाती है. अब कोरोना संकट के बाद इसकी लिमिट बढ़ सकती है.
देखा गया है कि लोग न्यू रिजीम का विकल्प नहीं चुन रहे हैं. सरकार चाहेगी कि न्यू रिजीम में कुछ सुधार करे. स्टैंडर्ड डिडक्शन, 80C जैसी रियायतें मिल सकती हैं. कई भत्तों की लिमिट भी बढ़ाई जा सकती है.
सरकार अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए कोरोना वायरस सेस लगा सकती है. गौरी मानती हैं कि ये करना गलत होगा. इसकी बजाए सरकार को वेल्थ टैक्स को फिर से लाना चाहिए. सरकार को सुपररिच लोगों पर टैक्स लगाना चाहिए.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)