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केंद्रीय बजट 2023 पेश करते वक्त स्पीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की जुबान फिसल गई, जिसके बाद पूरा संसद ठहाकों से गूंज उठा. वित्तमंत्री ने ''replacing old polluting vehicles" की पर "Replacing the old political'' बोल दिया था. हालांकि, वित्त मंत्री को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने इसमें सुधार किया.
निर्मला सीतारमण ने कुछ वक्त के लिए अपनी स्पीच को रोका और मुस्कान के साथ अपनी स्पीच जारी रखी और जोर देकर कहा कि 'वाहन प्रतिस्थापन एक महत्वपूर्ण चालू नीति है.'
वित्रमंत्री ने कहा कि बजट 2021-22 में उल्लिखित वाहन स्क्रैपिंग नीति को आगे बढ़ाने में राज्यों को भी समर्थन दिया जाएगा.
केंद्रीय वित्त मंत्री ने इससे पहले विकास दर और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई बड़ी पहलों का ऐलान किया.
अन्य प्रमुख पहलों में उन्होंने 2023-24 के लिए नए टैक्स स्लैब की घोषणा की, जिसके तहत नई आयकर व्यवस्था के तहत 7 लाख रुपये प्रति वर्ष तक कमाने वालों को टैक्स नही देना पड़ेगा.
सीतारमण ने संसद में कहा कि मौजूदा वक्त में 5 लाख रुपये तक की आय वाले लोग टैक्स नहीं देते हैं. मैंने नई टैक्स व्यवस्था में टैक्स छूट की सीमा को बढ़ाकर 7 लाख रुपये करने का प्रस्ताव दिया है.
3 लाख रुपये से 6 लाख रुपये तक की कुल आय पर 5 प्रतिशत टैक्स लगेगा, 6 लाख रुपये से 9 लाख रुपये तक की आय पर 10 प्रतिशत टैक्स लगेगा, इस सीमा के बीच की आय पर 15 प्रतिशत टैक्स लगेगा. 9 लाख रुपये से 12 लाख रुपये तक.
उन्होंने आगे कहा कि सभी शहरों और कस्बों को मैनहोल से मशीन होल मोड में सीवर और सेप्टिक टैंक सक्षम किया जाएगा. शहरों को नगरपालिका बांड के लिए साख बढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा.
वित्त मंत्री सीतारमण ने संसद में अपना केंद्रीय बजट भाषण शुरू करते हुए कहा कि दुनिया ने भारत को एक 'उज्ज्वल सितारे' के रूप में मान्यता दी है क्योंकि देश वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद स्वस्थ आर्थिक विकास दर्ज कर रहा है.
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