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बंधन बैंक के 4500 करोड़ रुपये का आईपीओ सोमवार को यानी अपने आखिरी दिन 14.56 गुना सब्सक्राइव हुआ. क्यूआईपी और हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल यानी एचएनआई का इसे बढ़िया समर्थन मिला.
सबसे ज्यादा 38.6 गुना सब्सक्रिप्शन संस्थागत निवेशकों के लिए तय किए हिस्से में मिला. एक्सिस कैपिटल की ओर से शाम पांच बजे तक दी गई जानकारी के मुताबिक रिटेल सेगमेंट पूरी तरह सब्सक्राइव हो चुका था. हाईनेटवर्थ इनवेस्टर्स के लिए रखे गए शेयर 13.8 गुना सब्सक्राइव हुए. स्टॉक एक्सचेंजों के आंकड़ों के मुताबिक आईपीओ के लिए 46,000 करोड़ की बोली लगाई गई.
बंधन बैंक का यह आईपीओ 3662 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और 811 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल का मेल है. वर्ल्ड बैंक के इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और आईएफसी एफआईजी इनवेस्टमेंट कंपनी के बाहर निकलने से ऑफर फॉर सेल लाया गया था. पब्लिक ऑफर के बाद बंधन बैंक के प्रमोटर की हिस्सेदारी घट कर 82.3 फीसदी रह जाएगी.
इससे पहले इसकी हिस्सेदारी 89.6 फीसदी रह गई है. तीन दिन के लिए आईपीओ का प्राइस बैंड 370-375 रुपये पर निर्धारित था. बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रशेखर घोष ने आईपीओ को बड़े पैमाने पर समर्थन मिलने पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा है कि रिटेल सेगमेंट में सब्सक्रिप्शन और बढ़ सकता है क्योंकि इसमें शेयरों के आवंटन के लिए दस लाख आवेदन मिले हैं.
आईपीओ से पहले बैंक ने 65 एंकर निवेशकों को शेयर बेच कर 1342 करोड़ रुपये जुटाए थे. अमन्सा होल्डिंग्स,आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल, न्यूबर्गर बरमन, नोमुरा फंड बंधन बैंक के बड़े एंकर निवेशक हैं.
बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड पहले माइक्रोफाइनेंस कंपनी थी. रिजर्व बैंक से लाइसेंस मिलने के बाद अगस्त 2015 से इसने कॉमर्शियल बैंक की तरह काम करना शुरू किया है. माइक्राफाइनेंस कंपनी के तौर पर कंपनी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था. बंधन के अलावा सिर्फ आईडीएफसी को कॉमर्शियल बैंक के लिए लाइसेंस मिला था.
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