advertisement
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा है कि नए साल में अनिश्चितता और गहरा सकती है, लेकिन उन्होंने ग्रुप के कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि टाटा ग्रुप आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने को तैयार है.
उन्होंने कहा कि टाटा समूह निर्णायक तरीके से वित्तीय सेहत को सुधारने और परिचालन दक्षता को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिरकण (एनसीएलएटी) ने हाल में चंद्रशेखरन की ग्रुप के चेयरमैन पद पर नियुक्ति को अवैध ठहराते हुए साइरस मिस्त्री की बहाली का निर्देश दिया है. चंद्रशेखरन का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि देश की आर्थिक वृद्धि दर छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है और वैश्विक स्तर पर भी अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं.
आर्थिक परिस्थितियों की वजह से इन कंपनियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘अनिश्चितताएं 2020 में भी कायम रहेंगी, लेकिन इनके साथ कई कारोबार और बाजारों में नए मौके भी आएंगे.’’ चंद्रशेखरन जिन्हें उद्योग हलकों में चंद्रा के नाम से जाना जाता है, ने कहा कि अब समय आ गया है कि क्रियान्वयन पर ध्यान दिया जाए, जिससे भविष्य के लाभ हासिल किए जा सकें.
साल 2019 को व्यस्त साल बताते हुए उन्होंने कहा कि भूषण स्टील के अधिग्रहण का काम चल रहा है. ग्रुप के मुनाफे वाले उपक्रम में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) बाजार में आगे है. टाटा मोटर्स के समक्ष घरेलू स्तर पर कुछ चुनौतियां हैं जबकि टाटा ग्लोबल बेवरेजेज -टाटा केमिकल्स का उपभोक्ता कारोबार के एकीकरण का काम पूरा होने के करीब है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)