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बिटकॉइन (Bitcoin) की रैली एक बार फिर से रफ्तार पकड़ रही है. 20 अक्टूबर को बिटकॉइन 3.1% बढ़ते हुए अपने ऑल टाइम हाई लेवल 66,084 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. इसी के साथ सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन को होल्ड करने वाले लोग काफी खुश दिख रहे हैं. बिटकॉइन इस साल अब तक 120% चढ़ चुका है.
मंगलवार 19 अक्टूबर को बिटकॉइन फ्यूचर्स में इन्वेस्ट करने वाले पहले अमेरिकी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) ने शेयर बाजार पर अपना डेब्यू किया था. ETF की अच्छी शुरुआत के बाद बिटकॉइन में काफी अच्छी तेजी देखने को मिली. ETF के जरिये अब लोग आसानी से इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर पाएंगे और अब इसके मुख्यधारा में आने की उम्मीद और बढ़ने लगी है. इससे इस डिजिटल एसेट के फ्यूचर आउटलुक पर लोगों का नजरिया बदल रहा है.
बिटकॉइन के 60,000 डॉलर तक का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. बिटकॉइन के माइनिंग में होने वाले ऊर्जा खपत की आलोचना और चीन के द्वारा क्रिप्टो करेंसी पर लगाए जाने वाले बैन के बाद जून 2021 में बिटकॉइन का वैल्यू 30,000 डॉलर के नीचे चला गया था. हालांकि धीरे-धीरे बिटकॉइन के प्राइस में रिकवरी देखने को मिली.
वॉल स्ट्रीट का उत्साह भी बढ़ा है. बैंक ऑफ न्यूयॉर्क मेलॉन कॉर्प, गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक और मॉर्गन स्टेनली भी अब क्रिप्टो-संबंधित सेवाओं की पेशकश करने वाली कंपनियों में से हैं.
सोरोस फंड मैनेजमेंट एलएलसी के मुख्य निवेश अधिकारी डॉन फिट्जपैट्रिक ने कहा कि -"उनकी कंपनी का भी इस क्रिप्टो में निवेश हैं और अब यह क्रिप्टो "मुख्यधारा में चला गया है."
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