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पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने के लिए इस फॉर्मूले पर हो रहा है काम 

फ्यूचर्स सौदा शुरू करने से लेकर राज्यों की प्राइसिंग मैकेनिज्म में बदलाव की बात 

दीपक के मंडल
बिजनेस न्यूज
Published:
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के तमाम उपायों पर माथापच्ची 
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पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के तमाम उपायों पर माथापच्ची 
(फोटो: iStock)

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पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार 16वें दिन बढ़ोतरी के बीच सरकार लगातार इसके दाम कम करने के तरीके तलाश रही है. पेट्रोलियम मंत्रालय ने इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX) को पेट्रोल-डीजल के फ्यूचर्स कारोबार शुरू करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इससे पेट्रोल-डीजल उपभोक्ता तेल के दाम में उतार-चढ़ाव के असर से बच सकेंगे.

कैसे काम करेगा तेल का फ्यूचर्स सौदा

पेट्रोल-डीजल में फ्यूचर्स सौदे शुरू करने से उपभोक्ता एक फिक्स रेट पर इसके कांट्रेक्ट खरीद करके प्रो़डक्ट की डिलीवरी बाद में ले सकेंगे. इसका मतलब यह है कि भले ही डिलीवरी के दिन प्रोडक्ट महंगा हो लेकिन उसे यह पहले किए गए कांट्रेक्ट के दौरान तय कीमत पर ही मिलेगा. इस तरह कंज्यूमर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आए उतार-चढ़ाव के असर से बच जाएगा. जून 2017 से तेल की कीमतों को बाजार से जोड़ दिया गया है. इसके बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर दिन तय होती है.

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कीमतें घटाने का क्या है एसबीआई फॉर्मूला

इस बीच, एसबीआई रिसर्च ने सुझाया है कि राज्य अगर चाहें तो पेट्रोल और डीजल के दाम में क्रमशः 2.65 रुपये और 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती कर सकते हैं. ऐसा करने पर राजकोष पर कोई असर नहीं पड़ेगा. एसबीआई रिसर्च ने यह भी कहा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें तय करने में बदलाव किया जा सकता है ताकि कीमतों में ज्यादा इजाफा न हो. एसबीआई रिसर्च का कहना है कि अगर बेस प्राइस पर वैट लगाया जाए तो पेट्रोल की कीमत 5.75 रुपये और डीजल की कीमत 3.75 रुपये प्रति लीटर कम हो सकती है. हालांकि इस मैकेनिज्म की वजह से राज्यों को 34,627 करोड़ रुपये का रेवेन्यू गंवाना पड़ेंगे.

तेल कीमतों की आग बुझाने का फॉर्मूला

  • पेट्रोल-डीजल में फ्यूचर्स सौदे की इजाजत मिले
  • राज्य बेस प्राइस पर वैट लगाएं तो घटेंगे दाम
  • पेट्रोल-डीजल की कीमतें जीएसटी दायरे में हों
  • केंद्र सरकार इस पर एक्साइज ड्यूटी घटाए
पेट्रोल-डीजल की कीमतों को घटाने में राज्यों की अहम भूमिका (फोटो: Reuters)

लगातार 16वें दिन कीमतों में बढ़ोतरी

बहरहाल, पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के लिए माथापच्ची के बीच इसकी कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. 16वें दिन भी इसकी कीमतें बढ़ गईं. दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 78.43 रुपये हो प्रति लीटर हो गई है, जबकि मुंबई में अब यह 86.24 रु प्रति लीटर हो गया है. डायनेमिक प्राइसिंग सिस्टम को 14 मई को दोबारा शुरू करने के बाद अब दैनिक आधार पर पेट्रोल-डीजल के दाम में संशोधन रहे हैं. पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर लोगों में बढ़ रहे असंतोष को लेकर राजनीतिक नेतृत्व में चिंता देखी जा रही है. पेट्रोलियम मंत्री के बाद अब गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लखनऊ में कहा कि डॉलर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से पेट्रोल-डीजल के दाम चढ़े हैं लेकिन केंद्र सरकार पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों को कम करने में लगी हुई है.

नेपाल और भूटान से पेट्रोल-डीजल की तस्करी

देश में पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को देखते हुए नेपाल और भूटान से लगे इसके सीमावर्ती इलाकों मे पेट्रोल-डीजल की तस्करी शुरू हो गई है. हालांकि नेपाल में भारत से पेट्रोल जाता है लेकिन वहां टैक्स कम होने से सस्ता पड़ता है. तस्कर इस सस्ते पेट्रोल का फायदा उठा रहे हैं.

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