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खाद्य वस्तुओं की कीमत घटने से जुलाई महीने में देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) मामूली कमी के साथ 5.59 फीसदी रही. सांख्यिकी मंत्रालय ने 12 अगस्त को खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी कर ये जानकारी दी. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर जून महीने में 6.26 फीसदी थी. वहीं, जुलाई 2020 में खुदरा महंगाई दर 6.73 फीसदी थी.
ये तीन महीने में पहली बार है जब CPI डेटा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 6 फीसदी के ऊपरी मार्जिन से नीचे आया है. इससे पहले लगातार दो महीने CPI 6 फीसदी के ऊपर आ गया था. सरकार ने केंद्रीय बैंक को मार्च 2026 में खत्म होने वाली पांच साल की अवधि के लिए खुदरा महंगाई दर को 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत पर बनाए रखने के लिए कहा है.
जून के महीने में भारत का औद्योगिक उत्पादन सालाना आधार पर 13.6 प्रतिशत बढ़कर 122.6 हो गया. आंकड़ों से पता चला है कि जून 2020 में IIP (-)16.6 फीसदी गिरकर 107.9 फीसदी पर आ गया था. ये मुख्य रूप से कोरोना वायरस की पहली लहर को रोकने के लिए देशभर में लगाए गए लॉकडाउन के कारण था.
जून के दौरान आईआईपी में वृद्धि विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के कारण हुई है. विनिर्माण क्षेत्र जून में सालाना आधार पर 13.0% की वृद्धि के साथ 121.0 पर पहुंच गया, जबकि खनन क्षेत्र 23.1% की वृद्धि के साथ 105.5 पर पहुंच गया. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बिजली क्षेत्र भी 8.3% बढ़कर 169.1 हो गया.
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