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मारुति सुजुकी लिमिटेड इस महीने अपने सभी मॉडलों के कार के दाम बढ़ा सकती है. कंपनी के मुताबिक डॉलर की तुलना में रुपये की कमजोरी, पेट्रोल-डीजल और कच्चे माल के दाम में बढ़ोतरी से उसकी लागत बढ़ रही है. फिलहाल वह कीमतों में बढ़ोतरी का हिसाब-किताब तैयार कर रही है. कीमतों में यह बढ़ोतरी मॉडलों पर निर्भर करेगी.
मारुति सुजुकी इंडिया के सीनियर ईडी (मार्केटिंग एंड सेल्स) आर एस कल्सी ने कहा:
कल्सी ने कहा कि डॉलर के मुकाबले में रुपये में आई कमजोरी का भी हमारी लागत पर असर पड़ रहा है. इस बीच पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी ने दबाव और बढ़ा दिया है. अब कंपनी बढ़ी हुई लागतें ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर सकती. लिहाजा गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी हो गई है. अगस्त में हमारी सभी मॉडल की गाड़ियों में इसका असर दिखेगा. मारुति सुजुकी 2.51 लाख रुपये की एंट्री लेवल की कार अल्टो से लेकर 11.51 लाख रुपये की सिआज बेचती है. मारुति के अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स ने बढ़ती लागतों का हवाला देकर अगस्त में अपनी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है.
पिछले 19 महीनों के दौरान मारुति सुजुकी की कारों की बिक्री जुलाई महीने में पहली बार घटी है. अल्टो और वैगन आर मॉडलों की मांग में कमी की वजह से कंपनी की बिक्री पर यह असर पड़ा है. मारुति ने जुलाई महीने में 1.64 लाख यूनिटों की बिक्री की थी. पिछले साल की समान अवधि की तुलना में बिक्री में 0.6 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.
हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी ग्रैंड आई-10 की कीमत बढ़ा दी है. कंपनी ने कार की कीमत में तीन फीसदी तक का इजाफा किया है. नई कीमतें 1 अगस्त से लागू हो गई हैं. कंपनी ने कीमत बढ़ाने के पीछे इनपुट और मटेरियल कॉस्ट में आई बढ़ोतरी को बड़ी वजह बताया है. टाटा मोटर्स ने अपने पैसेंजर वाहनों की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की है. कंपनी ने बढ़ते इनपुट कॉस्ट की लागत को वजह बताते हुए अगस्त से अपने मॉडल्स की कीमतों में 2.2 फीसद तक की बढ़ोतरी की है.होंडा भी अपने सभी मॉडल्स की कीमतों में 10,000 रुपये से लेकर 35000 रुपये तक की बढ़ोतरी करने जा रही है. दाम बढ़ाने के पीछे कस्टम ड्यूटी, इनपुट और माल भाड़े में हुई बढ़ोतरी को वजह बताया जा रहा है.
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