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पंजाब एंड सिंध बैंक (पीएसबी) ने 12 अक्टूबर को खुलासा किया कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक से 44.1 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, यह पहली बार है, जब 111 साल पुराने बैंक ने चोकसी द्वारा की गई धोखाधड़ी के बारे में खुलकर जानकारी दी है, जो अब एंटीगुआ और बारबाडोस, वेस्ट इंडीज का नागरिक है. नई दिल्ली स्थित पीएसबी ने उसे 'विलफुल डिफॉल्टर' घोषित करने के लिए नोटिस जारी किया है.
हालांकि, चूंकि वह ऋण राशि को मंजूरी देने में विफल रहे, इसलिए पीएसबी ने इसे 31 मार्च, 2018 को गैर निष्पादित संपत्ति' (नॉन परफॉर्मिग असेट) घोषित कर दिया. बैंक ने चोकसी से 23 अक्टूबर, 2018 तक कर्ज की राशि, ब्याज और दूसरे शुल्कों का भुगतान करने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं कर पाया और पीएसबी ने 17 सितंबर, 2019 को उसे 'विलफुल डिफाल्टर' घोषित कर दिया.
इसके साथ, चोकसी कई क्षेत्रों के 27 दूसरे डिफॉल्टरों की बैंक की सूची में शामिल हो गया. नए घटनाक्रम के बाद पीएसबी सरकारी स्वामित्व वाला ऐसा तीसरा बैंक बन गया है, जिसने चोकसी और नीरव मोदी की धोखाधड़ी का खुलासा किया है. इसके पहले ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने चोकसी और नीरव मोदी पर लगभग 289 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप लगाया था.
ट्रेड यूनियन्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी (टीयूजेएसी), महाराष्ट्र के संयोजक विश्वास उटागी ने आईएएनएस को बताया, "लगातार घाटे में चल रही पीएसबी के अलावा कई दूसरे बैंकों ने चोकसी-नीरव और उनके समूह की कंपनियों के बारे में खुलासा किया है. अपना बकाया वसूलने के लिए कानूनी कार्रवाई करने के लिए सभी सरकारी बैंक साथ क्यों नहीं आते हैं."
उटागी ने कहा कि दूसरे बड़े सवाल हैं- भारतीय रिजर्व बैंक और बाकी प्रभावित बैंकों में विदेशी मुद्रा विनिमय में काम करने वाले विभागों और अधिकारियों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं? आरोपी (नीरव मोदी-चोकसी और अन्य) से कितनी बकाया राशि बरामद हुई है? और कहीं बैंकों के आगामी विलय से पहले क्या अभी तक हो रहे खुलासे दबाव में हो रहे हैं?
एसबीआई का यह खुलासा यह बात सार्वजनिक होने के दो दिन बाद सामने आया था कि चोकसी ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़कर एंटीगुआ और बारबाडोस आइलैंड्स की नागरिकता ले ली है.
इस साल मार्च में, भारत में लोग, लंदन की सड़कों पर बड़े आराम से चहलकदमी करते नीरव मोदी को देखकर हैरान रह गए थे. हालांकि, बाद में ब्रिटिश अधिकारियों ने नीरव मोदी को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, भारत इन मामा-भांजे को कानून के कठघरे में लाने के लिए दोनों के प्रत्यपर्ण की कोशिश कर रहा है.
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