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भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में गड़बड़ियों की आरोपी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramkrishna) को अब सात दिन की सीबीआई (CBI) हिरासत में भेज दिया गया है. चित्रा को 6 मार्च की रात को गिरफ्तार किया गया था उन पर आरोप हैं कि 'हिमालय पर रह रहे किसी योगी' के कहने पर उन्होंने एनएसई में बड़े-बड़े फैसले लिए हैं.
जांच एजेंसी ने एक अदालत को बताया कि चित्रा से पूछताछ करने और सबूतों के साथ उनका सामना कराने की जरूरत है क्योंकि वह अब तक इस मामले को "टालने" की कोशिश कर रही है.
एजेंसी ने अदालत को बताया कि चित्रा और उनके पूर्व सहयोगी आनंद सुब्रमण्यम के साथ छह मार्च को पूछताछ की गई थी, लेकिन चित्रा ने "उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया".
चित्रा के वकील ने तर्क दिया कि उनसे आठ दिनों तक पूछताछ की गई थी और वह शनिवार और रविवार को सीबीआई के सामने पेश हुईं, जबकि अदालत ने गिरफ्तारी से सुरक्षा के उनके अनुरोध को खारिज कर दिया. उन्होंने यह भी तर्क दिया कि उनकी "85 साल की मां और एक छोटी बेटी हैं और इससे उनकी स्वतंत्रता को कम किया जा रहा है.
वहीं सीबीआई ने कहा, "वो इस मामले में टाल-मटोल कर रही थी और इसलिए हमें उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा. हमें सबूतों के साथ उसका सामना कराने की जरूरत है."
दरअसल जिस 'योगी' की बात चित्रा कर रही है वो उन्हीं एनएसई के सीओओ (COO) रहे हैं जिनके साथ वो एनएसई की कई जानकारिया ईमेल के जरिए शेयर करती थीं.
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