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भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) हर रोज नया रिकॉर्ड बना रहा है. साल 2021 में सेंसेक्स ने कई माइलस्टोन्स को पार किया है. 24 सितंबर 2021 को सेंसेक्स (BSE Sensex) ने पहली बार 60,000 का आंकड़ा पार किया और हरे निशान में रहते हुए 60,048 पर बंद हुआ. सेंसेक्स ने 50,000 से 60,000 तक का आंकड़ा पार करने में आठ महीने से भी कम का समय लिया. NSE निफ्टी (Nifty) भी 18,000 के काफी करीब 17,853 पर है. ऐसे में क्या वजह हो सकती है जिससे शेयर बाजार रोज नई ऊंचाई को छू रहा है. आइये नजर डालते हैं उन बड़ी वजहों पर जिनसे बाजार रोज नया रिकॉर्ड बना रहा है-
फेड ने इशारा किया है कि वो बॉन्ड की खरीद में कमी इसी साल नवंबर से शुरू कर सकता है. हालांकि फेड ने सिग्नल दिया है कि इंटरेस्ट रेट में अचानक से बढ़ोतरी नहीं की जाएगी. इन्वेस्टर इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी न होने वाले फेड के फैसले से कम्फर्ट फील कर रहे हैं. अमेरिका के सेंट्रल बैंक के इस फैसले के बाद इंडिया सहित दुनिया भर के बाजारों में तेजी देखी गई.
फेड के द्वारा एसेट की खरीदारी कम करने का मतलब मोनेटरी स्टीम्यूल्स को कम करना है.
चीन की रियल एस्टेट कंपनी Evergrande ग्रुप से आ रही कुछ सकरात्मक खबरों से भी निवेशकों का सेंटीमेंट बदला है. चीन के सेंट्रल बैंक पीपल्स रिपब्लिक बैंक ऑफ चाइना के द्वारा बैंकिंग सिस्टम में 17 बिलियन डॉलर डालने के बाद चिंता और कम हुई है.
भारत सरकार ने काफी ऐसे फैसले लिए हैं, जिससे मार्केट को फायदा हुआ है. कैबिनेट ने हाल में ही टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए रिलीफ पैकेज, बैड बैंक को समर्थन, ऑटो इंडस्ट्री के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PIL) की घोषणा की है. इन सभी साहसिक कदमों का मकसद बाजार में हेल्दी कॉम्पिटिशन और भारत में विदेशी कंपनियों का निवेश बढ़ाना है. भारत सरकार ये कदम तब उठा रही है जब लोग चीन में इन्वेस्ट करने में अपनी रुचि खो रहे हैं.
जल्द ही कंपनियों द्वारा जून-सितम्बर तिमाही रिजल्ट की घोषणा की जाएगी. भारत के अच्छे आर्थिक डाटा और अब सब कुछ नॉर्मल होने से निवेशक कंपनियों से अच्छे तिमाही नतीजे की उम्मीद कर रहे हैं.
देश में हो रहे रिकॉर्ड वैक्सीनेशन और कोविड के लगातर घटते मामलों से भी निवेशकों का डर कम हुआ है.
पिछले साल हुए लॉकडाउन के बाद करीब 1 करोड़ नये रिटेल निवेशकों ने मार्केट में अपना डीमैट अकाउंट खोला है. शेयर बाजार में रिटेल निवेशक की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. हाल की बात करे तो केवल अप्रैल 2021 से अगस्त के बीच 50 लाख से ज्यादा नये इन्वेस्टर स्टॉक मार्केट से जुड़े हैं.
पिछले साल शुरू हुई बुल्स की रैली में कई रिटेल निवेशक ने जमकर कमाई की है. रिटेल निवेशक भारत में होने वाले ग्रोथ में विश्वास रखते हुए बाजार में जमकर खरीदारी कर रहे हैं.
हालांकि मोतीलाल ओसवाल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रामदेव अग्रवाल ने मई 2021 में प्रेडिक्शन किया था कि 2030 तक सेंसेक्स 2 लाख अंक तक पहुंच सकता है.
दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला भी मानते हैं 2030 तक निफ्टी 1 लाख के लेवल को छू सकता है. अभी निफ्टी 18,000 स्तर के करीब है.
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