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Stock Market Crashes: कारोबारी हफ्ते के पहले दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई. सुबह कमजोर ग्लोबल संकेतो के बीच घरेलू बाजार भी लाल निशान में खुला था. 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख सूचकांक BSE सेंसेक्स (Sensex) 2.09% या करीब 1190 प्वांइट गिरकर 55,822 पर बंद हुआ. जबकि NSE निफ्टी (Nifty) 2.18% या 371 अंक फिसलकर 16,614 पर पहुंच गया. बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई.
स्माल और मिडकैप शेयरों की भी जमकर पिटाई हुई. निफ्टी स्मालकैप 100 इंडेक्स करीब 4% और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 3.68% टूटा.
इन प्रमुख 4 कारणों से गिरा बाजार-
कोविड के काफी तेजी से फैलने वाले 'ओमिक्रॉन' वेरिएंट के कारण कई यूरोपियन देशों ने फिर से देश भर में लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है. नीदरलैंड ने हाल में ही लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है. भारत में भी ओमिक्रोन के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में निवेशक ओमिक्रोन से हो सकने वाले खतरे को लेकर सतर्क दिख रहे हैं.
फॉरेन इन्वेस्टर्स लगातार भारतीय बाजार में भारी बिकवाली करते नजर आ रहे हैं. केवल दिसंबर महीने में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने इक्विटी मार्केट में 26,000 करोड़ रूपये से ज्यादा की शेयरों की बिक्री की है. शुक्रवार को FIIs बाजार में नेट रूप से ₹2,069.90 करोड़ रूपये के सेलर्स रहे थे.
सभी एशियाई बाजारों में गिरावट है. कमजोर ग्लोबल संकेतो का असर भी भारतीय शेयर बाजार पर परा. सिंगापुर का SGX निफ्टी (2.12%), जापान का निक्केई 225 (2.13%), हांगकांग का हांगसेंग इंडेक्स (1.93%), साउथ कोरिया का कोसपी (1.81%) गिरा.
दुनियाभर में बढ़ती महंगाई इकॉनमी रिकवरी के लिए खतरा बन सकती है. ऐसे में बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया. फेड ने भी इशारा किया है कि इनफ्लेशन को कंट्रोल करने के लिए बॉन्ड टेपरिंग की प्रक्रिया में तेजी ला सकता है.
निफ्टी पैक में 47 शेयरों में कमजोरी रही. केवल सिप्ला, हिंदुस्तान यूनिलीवर और डॉ रेड्डी लैब्स के शेयर्स हरे निशान में बंद हुए.
बीपीसीएल का शेयर (6.49%), टाटा मोटर्स (5.24%), टाटा स्टील (5.22%), इंडसइंड बैंक (3.96%) और बजाज फाइनेंस का शेयर (3.93%) गिरा.
इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 889 प्वांइट की गिरावट के साथ 57,012 पर बंद हुआ था. वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 263 अंक गिरकर 16,985 पर क्लोज हुआ था.
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