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भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले दिन बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुआ. बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 5 अप्रैल को 1.5% से भी ज्यादा टूटे. बढ़ते कोरोना मामलों के बीच निवेशकों द्वारा पूरे दिन बाजार में प्रॉफिट बुकिंग देखी गई.
निफ्टी
सेंसेक्स
कोरोना के बढ़ते मामलों से निवेशकों में एक बार फिर चिंता है. बीते दिन इस वर्ष पहली बार कोरोना के मामले देश में 1 लाख से ऊपर पहुंच गए. बढ़ते मामलों के कारण अलग अलग हिस्सों में लॉकडाउन भी लगाया जा रहा है जिससे व्यापार और अर्थव्यवस्था पर बड़े असर की संभावना है. विदेशी बाजारों से मोटे तौर पर अच्छे संकेतों के बावजूद बाजार में बड़ी गिरावट बेयर्स के मार्केट पर पकड़ को बताता है. विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा बाजार में रुचि बीते हफ्तों में घटी है, जिससे भी बाजार में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है. आने वाले बीते तिमाही के नतीजों को लेकर भी इन्वेस्टर्स में अनिश्चितता है. मोनेटरी पॉलिसी नीति की घोषणा से पहले भी निवेशक सावधानी बरत रहे हैं.
सोमवार को निफ्टी के ज्यादातर सेक्टर आधारित इंडेक्स बड़ी कमजोरी के साथ बंद हुए. निफ्टी बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, रियल्टी इंडेक्स में गिरावट करीब 3.5% की रही. इसी तरह FMCG और एनर्जी क्षेत्र भी 1.6% कमजोर हुए. ऑटो इंडेक्स लगभग 2.5% जबकि फार्मा इंडेक्स 0.37% नीचे बंद हुआ. इसके विपरीत IT और मेटल इंडेक्स 2% और 1% मजबूत हुए.
वैल्यू के मुताबिक निफ्टी में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस तीन सबसे सक्रिय स्टॉक रहे. वहीं वॉल्यूम के अनुसार टाटा मोटर्स, SBI और ITC के स्टॉक का दबदबा रहा.
बाजार पर कोरोना, FII निवेश, विदेशी बाजारों से संकेतों, और बांड यिल्ड से जुड़ी खबरों का असर रहेगा. इन्वेस्टर्स को बाजार में सावधान रहकर केवल अच्छे स्टॉक्स में व्यापार करना चाहिए.
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