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रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) का भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) पर बड़ा असर पड़ सकता है. माना जा रहा है कि युद्ध की वजह से तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से महंगाई बढ़ेगी और विकास दर नीचे लुढ़क जाएगा. संयुक्त राष्ट्र (United Nation) ने साल 2022 के लिए भारत की GDP ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) के अनुमान को 6.7 फीसदी से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) की वजह से व्यापार से जुड़े प्रतिबंध, खाद्य मुद्रास्फीति और वित्तीय मोर्चे पर स्थिरता की चिंता जैसे पहलू भी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं.
यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा. यूनाइटेड नेशन कॉनफ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डिवलपमेंट (UNCTAD) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यूक्रेन संकट की वजह से आर्थिक नीतियों में बड़े बदलाव आए हैं. जिसकी वजह से ग्लोबल इकॉनमी पर भी असर पड़ेगा. विकास दर के अनुमान को 3.6 फीसदी से घटाकर 2.6 फीसदी कर दिया गया है.
युद्ध की वजह से रूस (Russia) पर दोहरी मार पड़ रही है. एक तरफ युद्ध में उसका खजाना खाली हो रहा है वहीं दूसरी तरफ रूस को आर्थिक प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ करा हैं. रिपोर्ट के मुताबिक रूस इस साल गहरी मंदी का सामना कर सकता है.
रिपोर्ट में अमेरिका की विकास दर के अनुमान को भी 3 फीसदी से घटा कर 2.4 फीसदी कर दिया गया है. वहीं, चीन की GDP ग्रोथ के भी 5.7 फीसदी से घटकर 4.8 फीसदी रहने का अनुमान है.
वहीं पश्चिमी यूरोप और मध्य, दक्षिण, दक्षिण-पूर्व एशिया के कुछ देशों की ग्रोथ रेट भी सुस्त पड़ सकती है.
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