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देशभर में नोट की किल्लत
ATM में कैश नहीं होने की वजह से लोग परेशान
बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलानाडु में असर
सरकार ने कहा, एक महीने में 70 से 75 हजार करोड़ रुपये की होगी छपाई
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नकदी की समस्या को लेकर सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश ने कहा, “इस सरकार ने अधिकतम नोटों की प्रिंटिंग करवाई है. लेकिन एटीएम में नोट नहीं है, तो ये नोट कहां गए? मुझे लगता है ये अंतरराष्ट्रीय साजिश है.”
समाजवादी नेता शरद यादव ने बैंक और एटीएम में नकदी संकट को केन्द्र सरकार की अपरिपक्वता का सबूत बताया है. यादव ने कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी और आधार कार्ड को लागू करने सहित सरकार के जल्दबाजी भरे तमाम फैसले उसकी अपरिपक्वता को दर्शाते हैं जिसका नतीजा आज नकदी सकंट के रूप में दिख रहा है. इसका सीधा खामियाजा सिर्फ जनता को भुगतना पड़ रहा है.
सरकार ने कहा है कि एक महीने के भीतर 70,000 से 75,000 करोड़ रुपये की छपाई कर ली जायेगी. रिजर्व बैंक ने कहा है कि कुछ जगहों पर नकदी की कमी मुद्रा पहुंचाने की सुविधाओं से जुड़े मुद्दों की वजह से हो सकती है. केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि सभी चार नोट मुद्रण कारखानों में काम तेज कर दिया गया है.
सरकार का कहना है कि संदेह है कि 2,000 रुपये के नोट की जमाखोरी की जा रही है. इसे देखते हुये उसने 500 रुपये के नोट की छपाई पांच गुना बढ़ाने की योजना बनाई है.
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बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और चुनाव वाले कर्नाटक राज्य में नकदी की काफी कमी दिख रही है. इसके साथ ही राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और तेलंगाना के विभिन्न शहरों में नकदी की तंगी का असर दिख रहा है.
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देश के कुछ राज्यों में नकदी की मांग में अचानक आई तेजी से एटीएम खाली हो गये. स्थिति में सुधार के लिये सरकार को तुरंत हरकत में आना पड़ा और उसने नकदी उपलब्ध कराने की योजना पर काम शुरू कर दिया.
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