Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Consumer Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019आम्रपाली केस:सुप्रीम कोर्ट ने कहा,अथॉरिटी और बिल्डर मिल कर लूट रहे

आम्रपाली केस:सुप्रीम कोर्ट ने कहा,अथॉरिटी और बिल्डर मिल कर लूट रहे

आम्रपाली के भ्रष्टाचार से नाराज सुप्रीम कोर्ट ने कहा, बड़ी धोखाधड़ी लेकिन भ्रष्टाचार के लिए मौत की सजा नहीं दे सकते

क्‍व‍िंट हिंदी
कंज्यूमर
Updated:
मकान न मिलने पर आम्रपाली के खिलाफ प्रदर्शन करते फ्लैट खरीदार 
i
मकान न मिलने पर आम्रपाली के खिलाफ प्रदर्शन करते फ्लैट खरीदार 
फोटो : पीटीआई 

advertisement

सुप्रीम कोर्ट ने रियल एस्टेट ग्रुप आम्रपाली के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है. निवेशकों से पैसे लेने के बाद भी मकान नहीं देने के मामले में सुनवाई करते हुए अदालत ने कहा कि अथॉरिटी और बिल्डर मिले हुए हैं और इस वजह से खरीदारों को काफी तकलीफ झेलनी पड़ी है. मकान से महरूम खरीदारों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी की. 30 अप्रैल से ही इस मामले में सुनवाई जारी है. गुरुवार को भी इस पर सुनवाई होगी.

‘बिल्डर ने अथॉरिटी और बैंककर्मियों के साथ मिल कर खेल किया’

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बिल्डर ने अथॉरिटी और बैंककर्मियों से मिल कर खेल किया है और इससे मकान खरीदारों को दर-दर भटकना पड़ा . लेकिन इस ऊंचे खेल में शामिल कोई भी कितना पावरफुल हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा. उसके खिलाफ आपराधिक मामले में कार्रवाई की जाएगी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस यूयू ललित की बेंच ने कहा कि आम्रपाली ने अथॉरिटी और बैंक के साथ मिलकर नियमों को तोड़ा और ऊंची-ऊंची बिल्डिंगें खड़ी कर ली. हम भ्रष्टाचार के लिए मौत की तो सजा नहीं दे सकते लेकिन 'फर्स्ट डिग्री की क्राइम' करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा.

जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस यूयू ललित आम्रपाली ग्रुप के ऐसे ग्राहकों की याचिकाओं की सुनवाई कर रहे थे, जिन्हें मकान नहीं मिला है. ऐसे 42 हजार मकान हैं जिनका कब्जा नहीं दिया गया है.

अदालत ने कहा, ‘’ हमें मालूम है कि रियल एस्टेट सेक्टर में किस तरह का करप्शन चल रहा है और किस तरह अधिकारी बिल्डर्स से मिलीभगत के जरिये पैसे बना रहे हैं. नियम खुलेआम तोड़े जा रहे हैं. लोगों और उनके भरोसे के साथ खिलवाड़ हो रहा है. बड़े पैमाने पर इस तरह की धोखाधड़ी भारत में ही हो सकती है लेकिन हम इस भ्रष्टाचार के लिए मौत की सजा नहीं दे सकते.

आम्रपाली ने एक पैसा भी नहीं लगाया

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ओर से नियुक्त फॉरेंसिक ऑडिटरों ने बताया था कि आम्रपाली बिल्डर्स ने फ्लैट खरीदारों के 3,500 करोड़ रुपये डायवर्ट किए हैं. खरीदारों ने जो पैसे निवेश किए थे, उन पैसों से प्रमोटर्स और डायरेक्टर ने अपना साम्राज्य खड़ा किया है. इन्होंने अपनी जेब से एक भी पैसा बिजनेस में नहीं लगाया.
अदालत ने कहा, ‘’ हमें मालूम है कि रियल एस्टेट सेक्टर में किस तरह का करप्शन चल रहा है और किस तरह अधिकारी बिल्डर्स से मिलीभगत के जरिये पैसे बना रहे हैं. .यह खुलेआम हो रहा है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 02 May 2019,11:39 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT