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रिटेल मंहगाई के बाद अब दिसंबर के थोक महंगाई के आंकड़े भी जारी हो गए हैं. दिसंबर में थोक महंगाई बढ़कर 2.59 परसेंट हो गई हैं. इसके पहले नवंबर 2019 में थोक महंगाई 0.58 परसेंट थी. यह जानकारी 14 जनवरी को जारी आधिकारिक आंकड़ों में दी गई है. महंगाई की मार आम आदमी के इस्तेमाल की जाने वाली चीजों पर सबसे ज्यादा दिख रहा है. सब्जियों की थोक महंगाई 45 परसेंट से बढ़कर 70 परसेंट हो गई है. वहीं प्याज अभी भी आंसू निकाल रहा है. प्याज की थोक महंगाई 172 परसेंट से बढ़कर 455 परसेंट हो गई है.
मई 2019 से नवंबर 2019 तक थोक महंगाई में लगातार गिरावट देखी गई थी लेकिन पिछले 2 महीनों से लगातार थोक महंगाई बढ़ रही है.
खुदरा महंगाई की दर दिसंबर, 2019 में जोरदार तेजी के साथ 7.35 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है. यह भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से कहीं ज्यादा है. खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी की वजह से खुदरा महंगाई में उछाल आया है. 13 जनवरी को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है.
केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक को महंगाई को 4 फीसदी (दो फीसदी ऊपर या नीचे) के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया है. अब यह केंद्रीय बैंक के लक्ष्य से कहीं ज्यादा हो गई है.
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