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धनतेरस (Dhanteras 2022) और दिवाली (Diwali 2022) के त्योहार पर सोने (Gold Sales) में सबसे ज्यादा चमक देखने को मिलती है यानी सोने की बिक्री हर साल दिवाली पर काफी होती है. इस साल भी सोने की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 15 से 20 फीसदी ज्यादा होने की संभावना है.
भारत चीन के बाद सोने का दुनिया का सबसे बड़ा ग्राहक है. साल 2020-21 में भारत ने 34 बिलियन डॉलर्स से भी ज्यादा का सोना आयात किया था.
अक्षय तृतिया के बाद धनतेरस और दिवाली पर सोने की सबसे ज्यादा बिक्री होती है. इस समय सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 50 हजार के आसपास चल रही है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 1650 डॉलर के आसपास चल रही है.
एक्सपर्ट का कहना है ना केवल भारत के पश्चिमि राज्यों में सोने की बिक्रि ज्यादा है बल्कि उत्तर भारत और दक्षिण भारत में सोने की बिक्री ठीक ठाक है. हालांकि एक्सपर्ट्स ने कहा है कि फिजिकल गोल्ड और ज्वैलेरी की बिक्री हो रही है लेकिन डिजिटल गोल्ड और गोल्ज निवेश में कमी आ रही है.
कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और एआईजीएफ के अनुसार 2021 में धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने की बिक्री हुई थी, जिसका मूल्य करीब 7500 करोड़ रुपये के आसपास था. दिल्ली में जहां करीब 1000 करोड़ रुपये की सोने चांदी की खरीदारी हुई, महाराष्ट्र में लगभग 1500 करोड़, उत्तर प्रदेश में लगभग 600 करोड़ और दक्षिण भारत में लगभग 2000 करोड़ के सोने की खरीदारी हुई थी.
साल 2020 के मुकाबले 2021 में सोने की 30 फीसदी से ज्यादा बिक्री हुई थी. करीब 20,000 करोड़ रुपये का सोना धनतेरस पर बेचा गया था. यह आंकड़ा इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के हवाले से लिया गया है. इन आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 2021 की धनतेरस पर सोने की बिक्री करीब 40 टन हुई थी.
वहीं साल 2019 की बात करें तो आईबीजेए के आंकड़ों के मुताबिक धनतेरस पर देशभर में कुल 30 टन सोना बिका था. 2019 में सोने के भाव बढ़ गए थे इस वजह से सोने की बिक्री में कमी आई थी. आमतौर पर इससे पहले भी सोने की बिक्री 40 टन के आसपास होती रही है.
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