advertisement
दिवाली त्योहार का भारतीय मान्यताओं में बड़ा महत्व है. शेयर बाजार में भी दीपावली के अवकाश वाले दिन विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग रखी जाती है. मुहूर्त व्यापारिक समुदाय में धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी को याद करने का अवसर माना जाता है. इससे संवत या नए साल के शुरु होने का जश्न भी मनाते हैं. मुहूर्त ट्रेडिंग के 1 घंटे के दौरान बाजार में सामान्यतः तेजी होती है. ऐसा मानना है कि इससे आने वाले वर्ष में लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज BSE में यह चलन 1957 से ही शुरू है जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में इसे 1992 में शुरू किया गया. मुहूर्त सेशन के शुरू होने से पहले व्यापारी एकाउंटिंग (Accounting) पुस्तकों की पूजा करते है जिसे चोपड़ा पूजा कहा जाता है. इस परंपरा की जड़े गुजरातियों एवं मारवाड़ी लोगों द्वारा दिवाली के दिन किए जाने वाले धन-धान्य की पूजा में है.
2020 में मुहूर्त ट्रेडिंग का समय 6:15 शाम से 7:15 शाम के बीच रखा गया है. इसके पहले 6 बजे से 6:08 बजे शाम तक प्री-ओपन (Pre-open) सेशन रखा गया है. पोस्ट क्लोजिंग (Post Closing) सेशन 7:25 शाम से शुरू होकर अगले 10 मिनट के लिए चलेगा. इस विशेष मौके पर ब्लॉक डील (Block deal) सेशन 5:45 बजे शाम से 6 बजे शाम तक रखा गया है जबकि कॉल ऑप्शन (Call option) की नीलामी 6:20 से 7:05 बजे शाम तक की जा सकेगी.
दिवाली के दिन निवेशकों द्वारा खरीद के रुख के कारण बाजार में वॉलिटेलिटी कम देखने को मिल सकती है. बड़े खरीद की जगह शुभ संकेत के तौर पर खरीद एक अच्छा रास्ता हो सकता है. ध्यान रहे की दौलत (fortune) के लोभ में किसी भी स्टॉक का बिना एनालिसिस चयन नहीं किया जाना चाहिए. नए निवेशकों के लिए इन बातों का ध्यान रखना खास तौर पर आवश्यक है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)