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7 जुलाई को मोदी कैबिनेट के विस्तार के पहले वित्त मंत्रालय का भी विस्तार गया है. वित्त मंत्रालय के अंदर ही एक नए विभाग का गठन किया गया है, जिसका नाम होगा- डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइज (DPE). अब तक ये विभाग मिनिस्ट्री ऑफ हेवी इंडस्ट्रीज एंड पब्लिक एंटरप्राइज का हिस्सा हुआ करता था. अब इस नए विभाग के शामिल होने से वित्त मंत्रालय के कुल 6 विभाग हो गए हैं.
द मिंट के मुताबिक सरकारी अधिकारी का कहना है कि- 'नए बदलाव के बाद से DPE और DIPAM में तालमेल और बेहतर होने की उम्मीद है.' ए दिन पहले ही मोदी सरकार ने नए मंत्रालय के बनाए जाने का भी ऐलान किया था, जिसका नाम होगा- सहकारिता मंत्रालय (Ministry of Co-operation). ये मंत्रालय देश में सहकारिता से जुड़े कामकाज को मजबूत करने के लिए अलग से प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा तैयार करेगा.
डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइज (DPE) का काम होगा कि वो सभी सरकारी कंपनियों का सालाना सर्वे कराए. इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइज इसके पहले जो काम देखता था जैसे कि इंडस्ट्री का मैनेजमेंट, तालमेल, विकास और मॉनीटरिंग का काम करे.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet Expansion) में 43 नए सदस्य शामिल होने जा रहे हैं. इनकी लिस्ट सामने आ चुकी है. शपथ लेने जा रहे नेताओं में ज्योतिरादित्य सिंधिया, पशुपति पारस, भूपेंद्र यादव, अनुप्रिया पटेल, मिनाक्षी लेखी, अजय भट्ट और अनुराग ठाकुर जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं.
कैबिनेट विस्तार से पहले आधे दर्जन से अधिक मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है. इसमें स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जैसे बड़े चेहरे शामिल हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार, केंद्रीय राज्य मंत्री देबोश्री चौधरी, संजय धोत्रे, बाबुल सुप्रियो, राव साहेब दानवे पाटिल और सदानंद गौड़ ने इस्तीफा दिया है. इनकी जगह पर नए मंत्री शामिल होने जा रहे हैं.
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