Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Business Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 इकनॉमी को और बड़ा झटका, GDP ग्रोथ रेट गिर कर 5 फीसदी पर पहुंचा

इकनॉमी को और बड़ा झटका, GDP ग्रोथ रेट गिर कर 5 फीसदी पर पहुंचा

आर्थिक विकास दर पांच फीसदी के न्यूनतम स्तर पर. साढ़े छह साल का सबसे निचला स्तर 

क्विंट हिंदी
बिजनेस
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इकनॉमी को और बड़ा झटका,जीडीपी ग्रोथ रेट गिर कर 5 फीसदी पर पहुंचा
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इकनॉमी को और बड़ा झटका,जीडीपी ग्रोथ रेट गिर कर 5 फीसदी पर पहुंचा
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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सुस्त इकोनॉमी को एक और झटका लगा है. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी विकास दर घट कर पांच फीसदी रहने का अनुमान है. निवेश और मांग में कमी की वजह से ग्रोथ रेट को यह बड़ा झटका है. पिछले वित्त वर्ष वर्ष की आखिरी तिमाही यानी दिसंबर- मार्च में ग्रोथ रेट 5.8 फीसदी था.

इस साल आर्थिक सर्वे में मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान आर्थिक विकास दर सात फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था. आरबीआई ने अगस्त में जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 7 फीसदी से घटा कर 6.9 फीसदी कर दिया था. जून की मॉनेटरी पॉलिसी में रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2 फीसदी से घटा कर 7 फीसदी कर दिया था.
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साढ़े छह साल की सबसे कम ग्रोथ

पिछले साढ़े छह साल के दौरान यह सबसे कम ग्रोथ रेट अनुमान है. 2013 की पहली तिमाही के बाद यह सबसे कम ग्रोथ रेट है. दरअसल इकनॉमी के कई सेक्टरों के खराब प्रदर्शन की वजह से सुस्त ग्रोथ रेट को और झटका लगा है. पिछले साल पहली तिमाही में औद्योगिक उत्पादन में 5.1 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हुई थी. लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में औद्योगिक उत्पादन में सिर्फ 3.6 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है.

खपत और निवेश में कमी से इकनॉमी सुस्त

गाड़ियों की बिक्री में कमी, घरेलू उड़ानों में यात्रियों की संख्या में गिरावट, रेल ढुलाई और आयात में कमी साफ तौर पर खपत की कमी दिखा रही है. कम महंगाई भी इकनॉमी के स्लोडाउन की वजह है. देश में ऑटो सेक्टर बुरे दौर से जुर रहा है. जुलाई में ऑटो सेक्टर की बिक्री में 31 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई. आरबीआई ने पिछले चार बार से लगातार ब्याज दर में कटौती की है. अब तक ब्याज दर में 1.10 फीसदी की कटौती की जा चुकी है.

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Published: 30 Aug 2019,06:07 PM IST

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