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सोने (Gold) का भाव गिर रहा है, खरीदने वाले खुश हैं लेकिन निवेशक उदास हो रहे हैं. हफ्ते के पहले दिन भी सोने की कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई है. 2 अक्टूबर को दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत (Gold Price Update) 58,350 प्रति 10 ग्राम रही. लेकिन सोने की चमक फीकी क्यों पड़ रही है, निवेशकों को क्या करना चाहिए? इन सवालों के जवाब एक्सपर्ट्स से लेंगे.
साथ ही गोल्ड को लेकर कुछ ऐसी दिलचस्प बातें बताएंगे जिसे सुनकर गोल्ड में चमकता हुआ भविष्य नजर आएगा.
पहला फैक्ट ये है कि दुनियाभर में जितना गोल्ड माइन होता है उसका 20% गोल्ड दुनियाभर की सेंट्रल बैंकों के पास जमा है. भारत के सेंट्रल बैंक आरबीआई के पास भी गोल्ड रिजर्व है.
दूसरी बड़ी बात ये है कि दुनियाभर के सेंट्रल बैंक लगातार गोल्ड खरीद रहे हैं. सेंट्रल बैंक कई बार गोल्ड बेचते भी है लेकिन दूसरे हाथ से गोल्ड खरीदा भी जा रहा है.
अमेरिका, जर्मनी, इटली, रशिया, चाइना इन देशों के पास सबसे ज्यादा गोल्ड रिजर्व है. भारत भी टॉप 10 देशों की लिस्ट में है.
2022 की बात करें तो टर्की ने सबसे ज्यादा 148 टन सोना खरीदा था. फिर चाइना 62 टन, इजिप्ट 47 टन और भारत 33 टन की खरीद के साथ छठे नंबर पर है. इस साल की पहली छमाही में भी भारत ने सोने की रिकॉर्ड पर्चेजिंग की है.
लेकिन दुनियाभर के सेंट्रल बैंक गोल्ड क्यों खरीद रहे हैं. ये अपने आप में एक रिसर्च का विषय जरूर है लेकिन ये बात तो पक्की है अगर दुनिया के बैंकों को गोल्ड में रूचि है तो मतलब साफ है कि निवेश के लिहाज से गोल्ड का भविष्य बढ़िया है.
गोल्ड की कीमतों में गिरावट क्यों हो रही है? निवेशकों की निगाहें गोल्ड को छोड़कर किस तरफ भाग रही है जिस वजह से सोने की कीमतों में गिरावट है? एक्सपर्ट से जवाब जानने के लिए वीडियो देखें.
बता दें कि अमेरिकी फेड ये साफ कर चुका है कि अगले साल तक ब्याज दरों में कोई गिरावट की संभावना नहीं है. फेड पहले बढ़ती दरों को 'पॉज' की स्थिति में लाएगा, फिर धीरे से दरों में कमी करेगा जिसका असर और बाद में देखने को मिलेगा. खैर इस गिरावट के बीच निवेशकों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, बेचने या खरीदने की जल्दबाजी करनी चाहिए या नहीं? साथ ही गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने वालों के लिए क्या सलाह है? अगर कोई नए निवेशक गोल्ड में निवेश शुरू करना चाहते हैं तो क्या ये सही समय है? जानने के लिए पूरा वीडियो देखें.
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