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कोरोना वायरस महामारी की वजह से दो महीनों से भी ज्यादा समय तक दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियां बंद रही. अब धीरे-धीरे सभी देश अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से ट्रैक पर लाने के लिए जुट गए हैं. ऐसे में भारत नए ट्रेड पार्टनर की तलाश भी कर रहा है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत ने यूरोपियन यूनियन (EU) से बातचीत शुरू कर दी है.
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत EU से बातचीत कर रहा है और यूनाइटेड किंगडम के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए डायलॉग शुरू कर सकता है. रिपोर्ट में ये बात भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के हवाले से बताई गई है.
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत एक प्रिफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट के लिए यूके से बात करने को तैयार है, हालांकि भारत का अंतिम लक्ष्य फ्री ट्रेड एग्रीमेंट है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया कि गोयल यूरोपियन यूनियन के ट्रेड कमिश्नर से भी बात कर रहे हैं और डील प्रिफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट से शुरू हो सकती है. गोयल ने बताया है कि यहां भी अंतिम लक्ष्य फ्री ट्रेड एग्रीमेंट ही है.
भारत और EU के बीच कॉम्प्रिहेंसिव फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत 2013 में छह सालों के डायलॉग के बाद ससपेंड हो गई थी.
भारत पिछले साल Regional Comprehensive Economic Partnership से भी बाहर आ चुका है क्योंकि उसे डर था कि उसके बाजार में चीन को एक्सेस मिल सकता है.
केंद्र सरकार 350 से ज्यादा आइटमों पर आयत प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, इन आइटमों में इलेक्ट्रॉनिक सामान, खिलौने, फर्नीचर और टेक्सटाइल शामिल है.
प्रोसेस्ड फूड, टेक्सटाइल, लेदर, खिलौने और फर्नीचर पर आयत प्रतिबंध लगाने के बारे में सोचा जा रहा है. टीवी, एसी, फ्रिज जैसे आइटम और ड्रग्स भी इस लिस्ट में है.
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