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सऊदी अरामको के संयंत्रों पर ड्रोन हमले के बाद कच्चे तेल की सप्लाई को लेकर चिंता बढ़ गई है. सोमवार को इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमतें 20 फीसदी बढ़ गईं. भारत तेल आयात करने वाला दुनिया का तीसरा बड़ा देश है. लिहाजा अपनी तेल सप्लाई को प्रभावित होने से बचाने के लिए इसने तैयारियां शुरू कर दी है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि सऊदी अरब के तेल उत्पादन संयंत्रों पर हुए हमलों के बावजूद भारत को होने वाली तेल की सप्लाई पर असर नहीं पड़ेगा.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सऊदी अरामको के तेल सयंत्र केंद्रों पर हमलों के बाद, वहां के टॉप अधिकारियों से संपर्क किया गया है. रियाद में भारतीय राजदूत ने भारत को लगातार तेल की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए अरामको के सीनियर मैनेजमेंट से संपर्क किया है. पेट्रोलियम मंत्री ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा
सऊदी अरब की ऑयल कंपनी पर ड्रोन हमले के बाद प्रोडक्शन पर असर पड़ा है और कंपनी का प्रोडक्शन 5 परसेंट कम हो गया है. इसके चलते ग्लोबल ऑयल प्राइस में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है. सऊदी अरब की ऑयल कंपनी अरामको पर ड्रोन से हमला हुआ था, अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है. सोमवार को अमेरिकी बाजारों में ब्रैंट की कीमतों में 12 डॉलर प्रति बैरल की तेजी देखने को मिली है. ये इंट्रा डे में 1988 के बाद की सबसे बड़ी तेजी है.
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑयल इंपोर्टर है इसलिए ये भारत के लिए अहम खबर है. भारत की सरकार खाड़ी के देशों में हो रही हलचलों को करीब से देख रही है. सऊदी अरब दुनिया भर में सप्लाई होने वाले तेल का 10 परसेंट हिस्सा एक्सपोर्ट करता है और साथ ही भारत के लिए क्रू़ड और कुकिंग गैस के लिए दूसरा बड़ा इंपोर्टर है.
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