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Ram Mandir से क्या UP की अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार, क्या कहती हैं रिपोर्ट्स?

Ram Mandir: अयोध्या में 5 से 10 करोड़ पर्यटकों के आने का अनुमान है.

आकृति हांडा
बिजनेस
Updated:
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राम मंदिर के कारण अयोध्या की अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार, कितने पर्यटकों का है अनुमान?

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि "राम समस्या नहीं, बल्कि समाधान हैं."

यह बात अयोध्या और यहां तक ​​कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए सच हो सकती है. SBI रिसर्च रिपोर्ट, जिसका शीर्षक है- Where Latin America meets Scandinavia: The Road to Salvation passes through Uttar Pradesh, बताती है कि 2024 के अंत तक यूपी में पर्यटकों का कुल खर्च 4 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा.

वहीं विदेशी ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) की एक रिपोर्ट बताती है कि, अयोध्या में 5 से 10 करोड़ पर्यटक आ सकते हैं - जो सऊदी अरब के मक्का और वेटिकन सिटी में आने वाले पर्यटकों को मिला दें तो उस संख्या से भी ज्यादा है.

फिलहाल अयोध्या से आ रही राम मंदिर की तस्वीरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतारे दिख रही हैं, जो दर्शन का इंतजार कर रहे हैं. आइए एक नजर डालते हैं कि ये रिपोर्ट पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ-साथ अयोध्या की भविष्य की संभावनाओं के बारे में क्या संकेत देती हैं.

राम मंदिर में दर्शन के लगी लंबी कतार

फोटो- पीटीआई

'राम मंदिर के कारण यूपी सरकार की 25,000 करोड़ की अतिरिक्त कमाई'

यूपी में पर्यटकों द्वारा किया जाने वाला वर्तमान खर्च लगभग 2.3 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से लगभग 95 प्रतिशत खर्च भारतीय पर्यटकों से आता है और विदेशी पर्यटकों ने पिछले साल राज्य में 10,000 करोड़ रुपये खर्च किए थे.

21 जनवरी को प्रकाशित एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि यूपी के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद पर्यटकों में अनुमानित उछाल के कारण वित्त वर्ष 2024 में 20,000-25,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त टैक्स रेवेन्यू मिलने की संभावना है.

इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2022 में 32 करोड़ भारतीय पर्यटक यूपी घूमने आए थे. इसकी साल 2021 के आंकड़ों से तुलना करें तो पर्यटकों की संख्या में लगभग 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इन 32 करोड़ में से 2.21 करोड़ पर्यटक (या 7 प्रतिशत) अकेले अयोध्या आए थे.
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'स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 10 अरब डॉलर की लागत से अयोध्या का पुनर्निर्माण'

इस बीच, जेफरीज की 'अयोध्या - अनलॉकिंग इंडियाज टूरिज्म पोटेंशियल' नाम से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले सालों में अयोध्या में 5 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आ सकते हैं.

इसमें कहा गया है कि अयोध्या का 10 बिलियन डॉलर या लगभग 83,000 करोड़ रुपये में ये "कायाकल्प" हुआ है.

"... एक नया हवाई अड्डा, पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन, टाउनशिप, बेहतर सड़क कनेक्टिविटी आदि संभवतः नए होटलों और अन्य आर्थिक गतिविधियों के साथ कई गुना प्रभाव डालेंगे."

इस महीने की शुरुआत में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है:

  • राम मंदिर की लागत 225 मिलियन डॉलर यानी 1,870 करोड़ रुपये है.

बता दें कि गुजरात के केवडिया में बने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को l&T ने 360 मिलियन डॉलर या 2,990 करोड़ रुपये की लागत से बनाया था.

  • अयोध्या में नए हवाई अड्डे का चरण 1, जिसकी क्षमता दस लाख लोगों की है - 175 मिलियन डॉलर या 1,455 करोड़ रुपये में बना कर चालू हो गया है.

2025 में हवाई अड्डे की क्षमता बढ़कर 60 लाख लोगों तक हो जाएगी, जब तीन अतिरिक्त टर्मिनल और एक अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल चालू हो जाएगा.

  • अयोध्या में रेलवे स्टेशन का भी नवीनीकरण किया गया, जिससे इसकी क्षमता प्रतिदिन 60,000 यात्रियों तक हो गई है जो दोगुनी है. इस प्रोजेक्ट की लागत 30 मिलियन डॉलर यानी 249 करोड़ रुपये आंकी गई है.

  • 260 मिलियन डॉलर की अनुमानित लागत से बनी 1,200 एकड़ की ग्रीनफील्ड टाउनशिप लॉन्च की जा रही है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह वरिष्ठ नागरिकों और पवित्र महत्व के कारण दूसरा घर चाहने वाले परिवारों के लिए है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रीनफील्ड पर्यटन स्थल का एक हालिया उदाहरण स्टैच्यू ऑफ यूनिटी है, जहां विकसित कई टाउनशिप स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रही हैं.

'धार्मिक पर्यटन के मामले में यूपी टॉप 5 राज्यों में दूसरे स्थान पर'

जेफरीज रिपोर्ट ने उन राज्यों की भी तुलना की, जहां 2019 में सबसे ज्यादा धार्मिक पर्यटन है. 2019 में भारतीय पर्यटकों द्वारा देखे गए टॉप 5 राज्यों की सूची में यूपी दूसरे स्थान पर था, और विदेशी पर्यटकों द्वारा देखे गए टॉप 5 राज्यों की सूची में तीसरे स्थान पर था.

इस बीच, तमिलनाडु अपने मजबूत पर्यटन बुनियादी ढांचे के कारण इस चार्ट में टॉप पर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग "धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण" यूपी पहुंचे हैं. आगरा में ताज महल भारतीय और विदेशी पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय स्मारक बना हुआ है, जबकि पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर सबसे अधिक देखा जाने वाला धार्मिक स्थल है.

जेफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर को सबसे ज्यादा 140-150 मिलियन डॉलर या 1,160-1,245 करोड़ रुपये का चढ़ावा पैसों के रूप में मिलने का अनुमान है. इसके बाद जम्मू-कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर और ओडिशा में जगन्नाथ पुरी मंदिर हैं.

अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्थलों के साथ तुलना करते हुए, जेफरीज रिपोर्ट में कहा गया है कि मक्का, में $12 बिलियन की कमाई होती है और वेटिकन सिटी की $315 मिलियन की कमाई.

नोट: $1 = Rs 83.10 के आधार पर डॉलर से रुपये में कंवर्ट किया गया है.

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Published: 24 Jan 2024,09:36 PM IST

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