advertisement
रुपये में गिरावट लगातार जारी है. बुधवार को रुपया 43 पैसा गिर गया और यह डॉलर की बढ़ती मांग के बीच यह 70.32 के नए स्तर पर पहुंच गया. इससे पहले रुपया गिर कर 69.89 पर पहुंच गया था लेकिन बुधवार को इसमें और गिरावट दर्ज हुई. टर्किश लीरा में भारी गिरावट और तुर्की के खिलाफ स्टील और एल्यूमीनियम पर टैरिफ बढ़ाने से हालात और बिगड़ गए हैं.
इस महीने अब तक डॉलर में 2.51 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं में गिरावट का असर रुपये पर पड़ा है. इस साल सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली करेंसी भी रुपया भी शामिल हो गया है.
रुपये में इस भारी गिरावट में सबसे ज्यादा हाथ तुर्की की मुद्रा लीरा की है. बाजार के कॉन्फिडेंस को इसने हिला कर रख दिया है. शुक्रवार को तुर्की से धातुओं के आयात पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से तुर्की के स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर टैरिफ दोगुना बढ़ाने को को मंजूरी मिलने के बाद ही तुर्की की मुद्रा लीरा में 20 फीसदी की गिरावट आ गई.
तुर्की की अर्थव्यवस्था इन दिनों बेहद लड़खड़ाई हुई है. साथ ही अमेरिका के साथ इसके खराब रिश्ते ही इकनॉमी को मुश्किल में डाले हुए है. तुर्की भारी कर्ज के बोझ से दबा है. चालू खाते का घाटा जीडीपी के 5 फीसदी तक पहुंच चुका है. तुर्की में महंगाई दर 15.9 फीसदी पहुंच चुकी है.
ये भी पढ़ें - बदहाल है टर्किश लीरा लेकिन रुपया इतना क्यों गिरा?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)