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9 मार्च को शेयर बाजार में रिकॉर्डतोड़ कमजोरी देखने को मिली है. रुपया भी अपने निचले स्तरों पर आ गया है. यस बैंक संकट, कोरोनावायरस, क्रूड में कमजोरी बाजार में इस गिरावट की वजह रहे हैं. बाजार की इस गिरावट के बाद राजनीतिक हलकों से भी बाजार में मंदी और सरकार की नाकामी पर सवाल उठ रहे हैं.
शेयर बाजार की खस्ता हालात पर कांग्रेस ने ट्वीट कर पीएम मोदी और वित्त मंत्री को घेरा. कांग्रेस ने लिखा कि यस बैंक संकट और कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है. क्या प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के पास इस भयानक स्थिति से बाहर आने के लिए कोई योजना है?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा-
वहीं कांग्रेस नेता संजय झा ने व्यंग्य के अंदाज में लिखा कि क्या राकेश झुनझुनवाला इनकनॉमी की जीनियस नरेंद्र मोदी पर कुछ बोलेंगे?
पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि क्या निर्मला सीतारमण ने किसी को बताया है कि वो स्टॉक मार्केट में निवेश नहीं करती?
इस ट्वीट पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए लिखा कि- वो योगी आदित्यनाथ के दलाल स्ट्रीट का नाम दीनदयाल मार्ग करने के सुझाव पर विचार कर रही होंगी.
कांग्रेस प्रवक्ता तहसीन पूनावाला ने लिखा कि अब जब सेंसेक्स निफ्टी गिर रहे हैं, इसकी तुलना सरकार के नीचे गिरने से की जा सकती है.
हफ्ते के पहले ही कारोबारी दिन बाजार में भारी कमजोरी देखने को मिल रही है. सेंसेक्स करीब 1941 प्वाइंट कमजोरी के साथ 35,634 के स्तरों पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी में भी 538 प्वाइंट की कमजोरी देखने को मिली है और निफ्टी 10,500 के स्तरों के नीचे बंद हुआ है. प्वाइंट के लिहाज से ये रिकॉर्डतोड़ गिरावट है. बाजार में भयानक बिकवाली के पीछे कोरोनावायरस का बढ़ता खतरा बताया जा रहा है और साथ ही क्रूड ऑयल की घटती कीमतों ने भी बाजारों को चिंतित किया है. दुनियाभर के बाजारों में बिकवाली का दौर कायम है. पिछले दिनों यस बैंक के संकट ने भी बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर पर असर डाला है, जिससे इस सेक्टर में बिकवाली देखने को मिली है.
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