advertisement
भारतीय शेयर बाजार बीते दिन 11 मई को गिरावट के साथ लाल निशान में रहा था. बेंचमार्क इंडेक्स BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी व्यापार में करीब 0.65% टूटे. कमजोरी से मंगलवार को बाजार ने बीते चार दिन की तेजी का ट्रेंड का भी तोड़ा. गिरावट के बाद सेंसेक्स अब 49,200 जबकि निफ्टी 14,850 के करीब आ गया है.
एशिया के ज्यादातर बाजारों में सुबह गिरावट दिख रही हैं. जापान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और ताइवान के बाजार लाल निशान में व्यापार कर रहे हैं. हांगकांग के मार्केट में तेजी है.
आखिरी व्यापार में US का S&P 500 इंडेक्स 0.87% कमजोर हुआ. वहीं, डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (DJIA) इंडेक्स करीब 1.36% टूटा.
मनीकंट्रोल के अनुसार निफ्टी के लिए 12 मई को 14,781.47 और 14,712.13 सपोर्ट स्तर हैं, जिससे नीचे जाने के बाद इंडेक्स टूट सकता है. इसी तरह 14,910.07 और 14,969.33 रेजिस्टेंस लेवल है, जिससे ऊपर पहुंचने से निफ्टी को उछाल मिल सकती है.
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा 11 मई को बाजार में 336 करोड़ के शेयरों की बिक्री की गई. इसके विपरीत घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 676 करोड़ के स्टॉक बेचे.
11 मई को बल्क डील में गोदरेज एग्रोवेट ने एस्टेक लाइफसाइंसेज के 2 लाख शेयर 1199.8 रुपये की दर पर खरीदे. इस खरीद से पहले गोदरेज एग्रोवेट की कंपनी में हिस्सेदारी 62.3% थी.
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स: कंपनी का नेट प्रॉफिट बीते तिमाही की तुलना में (QoQ) 27% नीचे आते हुए 365 करोड़ पर पहुंच गया. रेवेन्यू 11% गिरकर 2730 करोड़ पर आ गया है.
KEC इंटरनेशनल: सितम्बर तिमाही के 145 करोड़ की तुलना में कंपनी का नेट प्रॉफिट मार्च तिमाही में 194 करोड़ रहा. रेवेन्यू भी 33% चढ़कर 4360 करोड़ पर आ गया है.
इंफोसिस: अपनी डिजिटल स्ट्रेटेजी में बेहतरी के लिए कंपनी ने Britvic के साथ स्ट्रेटेजिक गठजोड़ (collaboration) किया.
ग्रेफाइट इंडिया: नासिक के IGE डिवीजन में कंपनी ऑपरेशन 23 मई तक बंद रखेगी.
बुधवार को एशियन पेंट्स, ल्यूपिन, UPL, अपोलो टायर्स, टाटा पावर, UPL, वोल्टास, बिड़ला कॉर्पोरेशन, हैप्पीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज, HG इंफ्रा इंजीनियरिंग, जिंदल स्टील & पावर, JSW इस्पात स्पेशल प्रोडक्ट्स, खैतान केमिकल्स & फर्टीलाइजर, महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स, ओरिएण्ट इलेक्ट्रिक, पीडिलाइट इंडस्ट्रीज, सागर सीमेंट्स, सारेगामा इंडिया, इत्यादि अपने जनवरी-मार्च तिमाही नतीजों का ऐलान करेंगे. नतीजों का इन कंपनियों के शेयर कीमतों पर असर दिख सकता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)