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अब मोबाइल पर इनकमिंग कॉल की घंटी कम से कम 30 सेकंड तक बजेगी. लैंडलाइन फोन के लिए इनकमिंग घंटी 60 सेकंड की होगी. टेलीकॉम रेगुलेटर ने कहा है कि आने वाली फोन कॉल का अगर तुरंत जवाब न मिले तो उसे तुरंत न काटें. अभी तक इनकमिंग कॉल की घंटी की कोई समय सीमा तय नहीं थी. दरअसल इस मुद्दे पर भारती एयरटेल और रिलायंस जियो के बीच झगड़ा चल रहा था. लेकिन ट्राई ने इसे सुलझाते हुए यह व्यवस्था दी है.
भारत एयरटेल ने कहा था कि रिंगिंग टाइम 45 सेकंड का होना चाहिए. उसका कहना था कि कॉल रिसीव करने वाले ऑपरेटरों को इसके लिए पर्याप्त समय देना चाहिए. जबकि जियो ने इसे घटा कर 20 से 25 सेकंड करने की मांग की थी. उसका कहना था कि इससे स्पेक्ट्रम रिसोर्स की बचत होगी. जबकि वोडाफोन आइडिया ने रिंगर टाइम 30 सेकंड करने की मांग की थी.
टेलीकॉम कंपनियां कॉल कनेक्ट करने के चार्ज से होने वाली इनकम का फायदा उठाने के लिए खुद ही रिंगिंग का समय कम कर रही थीं, जिससे दूसरे नेटवर्क वाले उपभोक्ता उसके नेटवर्क पर कॉल बैक करने को बाध्य हों. रिलायंस जियो ने रिंगिंग का समय खुद ही घटाकर 25 सेकंड कर दिया है.
रिलायंस जियो ने ट्राई से भारती एयरटेल और वोडाफोन इंडिया पर भारी जुर्माना लगाने की मांग की थी. जियो का कहना था कि ये कंपनियां कॉल से घंटी से जुड़े नियमों को तोड़ रही हैं और लाइसेंसिंग नियमों का भी उल्लंघन कर रही हैं. जबकि भारती एयरटेल का कहना था कि जियो ट्राई को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है. कई टेलीकॉम ऑपरेटर्स खुद ही कॉल के रिंग टाइम को कम कर रहे थे. बहरहाल ट्राई ने इन झगड़ों को सुलझाते हुए नया फैसला दे दिया है. इससे रिंगिंग टाइम पर विवाद फिलहाल रुक गया है.
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