advertisement
वॉलमार्ट अपने ऑनलाइन फैशन रिटेलर जबोंग से एक तिहाई से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है. साथ ही जबोंग को मिंत्रा के साथ मिला सकती है. फ्लिपकार्ट के ग्रुप सीईओ बिन्नी बंसल के इस्तीफे के बाद फिल्पकार्ट में रीस्ट्रक्चरिंग की प्रक्रिया तेज हो गई है.
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मिंत्रा और जबोंग के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर दीपांजन बसु ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
खबर के मुताबिक, दुनिया की सबसे बड़ी रिटेलर वॉलमार्ट मिंत्रा और जबोंग के खर्चों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है. जबोंग में 300-350 कर्मचारी कार्यरत हैं.
मिंत्रा चीफ अनंत नारायणन ने अपने कर्मचारियों को लिखे एक लेटर में एकीकरण की दिशा में आगे बढ़ने की बात कहते हुए लिखा था कि "जबोंग के सहकर्मियों पर इसका असर पड़ सकता है.
फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर और सीईओ बिन्नी बंसल के इस्तीफा देने के बाद वॉलमार्ट में कर्मचारियों को लेकर इस उथल-पुथल की खबर सामने आई है. बता दें, कथित रूप से यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद बंसल ने अपना पद छोड़ दिया था.
पहले मिंत्रा और जबोंग की पूरी तरह फ्लिपकार्ट की अपनी यूनिटें थीं, जो अलग-अलग ऑपरेट करती थीं. पहले कंपनी के सूत्रों ने कहा था कि जबोंग की वेबसाइट चलती रहेगी. हालांकि इस बीच वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट को खरीद लिया. वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी हिस्सेदारी है. इससे ये बात साफ है कि वॉलमार्ट सिर्फ एक ब्रांड चाहती है. अब सिर्फ सारा ट्रैफिक मिंत्रा पोर्टल पर आएगा.
ये भी पढ़ें : वॉलमार्ट आ गया, क्या उसकी ‘सोशल जस्टिस’ पॉलिसी भी भारत आएगी?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)