Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Coronavirus Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019COVAXIN में बछड़े का सीरम? सरकार बोली-‘तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया’

COVAXIN में बछड़े का सीरम? सरकार बोली-‘तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया’

COVAXIN को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा

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कोरोनावायरस
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कोवैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया बयान
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कोवैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया बयान
(फोटो: IANS)

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सोशल मीडिया की कुछ पोस्ट में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर और अनुचित ढंग से पेश किया गया है, जिनमें यह दावा किया गया है कि COVID-19 वैक्सीन ‘COVAXIN में नवजात बछड़े का सीरम है.’

मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि नवजात बछड़े के सीरम का इस्तेमाल केवल वेरो कोशिकाएं तैयार करने और उनके विकास के लिए ही किया जाता है. गोवंश और अन्य पशुओं से मिलने वाला सीरम एक मानक संवर्धन संघटक है जिसका इस्तेमाल पूरी दुनिया में वेरो कोशिकाओं के विकास के लिए किया जाता है.

वेरो कोशिकाओं का इस्तेमाल ऐसी कोशिकाएं बनाने में किया जाता है जो टीका उत्पादन में मददगार होती हैं. पोलियो, रैबीज और इन्फ्लुएंजा के टीके बनाने के लिए इस तकनीक का दशकों से इस्तेमाल होता आ रहा है.

मंत्रालय ने कहा कि वेरो कोशिकाओं के विकसित होने के बाद उन्हें पानी और केमिकल से अच्छी तरह से कई बार साफ किया जाता है जिससे कि ये नवजात बछड़े के सीरम से मुक्त हो जाती हैं. इसके बाद वेरो कोशिकाओं को कोरोना वायरस से संक्रमित किया जाता है ताकि वायरस विकसित हो सके. इस प्रक्रिया में वेरो कोशिकाएं पूरी तरह से नष्ट हो जाती हैं. इसके बाद विकसित वायरस को भी नष्ट (निष्प्रभावी) और साफ किया जाता है.

नष्ट या निष्प्रभावी किए गए वायरस का इस्तेमाल टीका बनाने के लिए किया जाता है. बयान में कहा गया है ‘‘अंतिम रूप से जो टीका (कोवैक्सीन) बनता है उसमें नवजात बछड़े का सीरम कतई नहीं होता और यह अंतिम टीका उत्पाद के संघटकों में शामिल नहीं है.’’

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भारत बायोटेक की सफाई

अब इस मामले पर COVAXIN बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने भी सफाई दी है. भारत बायोटेक ने कहा,

वायरल टीकों को तैयार के लिए गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इनका इस्तेमाल सेल्स की ग्रोथ के लिए होता है, लेकिन SARS CoV2 वायरस की ग्रोथ या फाइनल फॉर्मूला में इसका इस्तेमाल नहीं हुआ है. कोवैक्सीन पूरी तरह से शुद्ध वैक्सीन है, जिसे सभी अशुद्धियों को हटाकर तैयार किया गया है.

कंपनी ने कहा कि नवजात बछड़ों के सीरम का इस्तेमाल पारदर्शी रूप से पिछले 9 महीने से डॉक्यूमेंटेड है. पिछले करीब नौ महीने से इसके बारे में सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर जानकारी दी जा चुकी है.

बीजेपी ने कांग्रेस पर बोला हमला

COVAXIN को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी ने विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कहा, ''आज कांग्रेस ने महापाप किया है.''

पात्रा ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का जिक्र करते हुए कहा, ‘’अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन खेड़ा और कांग्रेस के सोशल मीडिया के नेशनल कन्वीनर गौरव पांधी ने आक्षेप लगाया है कि कोवैक्सीन में गाय के बछड़े का सीरम होता है. सोशल मीडिया पर यहां तक कहा गया कि गाय और बछड़े को मारकर ये वैक्सीन तैयार की गई है.’’

पात्रा ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और वैज्ञानिकों ने साफ तौर कहा है कि कोवैक्सीन में किसी भी प्रकार का गाय या बछड़े का सीरम नहीं मिला हुआ है, यह वैक्सीन पूर्णतः सेफ है.

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ''कांग्रेस 2 बातों के लिए याद रखी जाएगी, वैक्सीन के बारे में संदेह पैदा करने के लिए और वैक्सीन को बर्बाद करने के लिए.''

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Published: 16 Jun 2021,03:15 PM IST

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