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तमिलनाडु में जूनियर कक्षाओं के लिए स्कूल को फिर से खोलते ही कोरोना के मामले सामने आने लगे हैं. स्कूली छात्रों में COVID-19 मामलों में तेजी देखने को मिली है. राज्य के स्वास्थ्य और शिक्षा विभागों के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बन गई है. स्कूल खुलने के बाद से कुछ शिक्षकों की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है.
1 सितंबर से तमिलनाडु में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल फिर से खुलने के बाद से कुल 34 छात्रों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, और अब छात्रों की कुल संख्या 117 हो गई है.
मंत्री ने यह भी कहा कि कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए कक्षाओं से संबंधित फैसला तमिलनाडु में जमीनी स्तर की स्थिति पर राज्य के शिक्षा और स्वास्थ्य विभागों के इनपुट के साथ समीक्षा बैठक के बाद ही किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि 30 सितंबर को होने वाली समीक्षा बैठक के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा.
मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै खंडपीठ ने राज्य सरकार को एक जनहित याचिका (PIL) में एक काउंटर दायर करने का निर्देश दिया था, जिसमें कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के बाद स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाओं को रोकने का निर्देश देने की मांग की गई थी.
जस्टिस एम. दुरईस्वामी और न्यायमूर्ति के. मुरली शंकर की ओर से पेश मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ ने राज्य सरकार को 30 सितंबर तक जवाबी हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है.
इस बीच, कोयंबटूर और चेन्नई सहित पूरे तमिलनाडु के 26 जिलों ने बुधवार को नए COVID-19 पॉजिटिव मामलों में वृद्धि दर्ज की है. बुधवार को रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या 1,658 थी जबकि मंगलवार को यह 1,591 थी. कोरोना मामलों की संख्या में इस छोटी सी वृद्धि ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंतित कर दिया है, जो पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक के साथ टीका लगाने की प्रक्रिया में हैं.
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