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भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले पिछले कुछ दिनों से लगातार तीन लाख से ऊपर आ रहे हैं. 24 जनवरी को, देश में कोविड के 3.06 लाख मामले रिकॉर्ड किए गए. हालांकि, ये पिछले दिन से थोड़े कम हैं. वहीं, इस दौरान 439 लोगों की मौत और 2.43 लाख रिकवरी दर्ज की गई.
भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर का का कारण ओमिक्रॉन वेरिएंट अब कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज पर पहुंच चुका है. भारत के SARS-CoV-2 जीनॉमिक्स कंसोर्टियम, INSACOG का कहना है कि ओमिक्रॉन कई बड़े शहरों में कोविड का डॉमिनेंट वेरिएंट है.
INSACOG देशभर में कोरोना वायरस में वेरिएशन की जांच करता है, ताकि ये समझने में मदद मिल सके कि ये कैसे फैलता है और विकसित होता है, और इसके संभव सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया का सुझाव देता है.
NSACOG ने कहा कि BA.2 लिनिएज, ओमिक्रॉन इंफेक्शन का एक सब-वेरिएंट है, जो भारत में रिपोर्ट किए गए कोरोना मामलों में पाया गया है. BA.2 लिनिएज को अभी ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ की कैटेगरी में रखा गया है.
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) के मुताबिक, पहली बार ब्रिटेन में 6 दिसंबर 2021 को ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट बीए.2 के बारे में जानकारी मिली थी. ब्रिटेन में अभी इसके केस कम हैं, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि अब इसके मरीज भी तेजी से बढ़ सकते हैं.
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