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वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया
भारत में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले, आज से देश में ड्राई रन शुरू किया गया है. चार राज्यों को इसके लिए चुना गया है. दो दिन का ये ड्राई रन केंद्र द्वारा प्रस्तावित किया गया था और इसकी रिपोर्ट राज्यों द्वारा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को सबमिट की जाएगी.
ड्राई रन में क्या होता है? कैसे ये प्रक्रिया की जाती है? किन राज्यों का चुनाव किया गया है? जानिए.
क्या होता है ड्राई रन?
ड्राई रन एक रिहर्सल की तरह होता है. ये कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित सिस्टम का टेस्ट करना, प्रक्रिया में खामियों को देखना और असली ड्राइव से पहले उन्हें ठीक करने के लिए है. भारत में कोविड वैक्सीनेशन की शुरुआत अगले साल जनवरी से हो सकती है.
किन राज्यों को ड्राई रन के लिए चुना गया है?
क्या ड्राई रन में वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाएगा?
नहीं. ड्राई रन में वैक्सीन को छोड़ कर प्रक्रिया की बाकी सभी चीजों को टेस्ट किया जाएगा.
ड्राई रन में क्या होगा?
इस मॉक ड्रिल में ये किया जाएगा
ड्राई रन में वैक्सीनेशन साइट पर क्या होता है?
लाभार्थी कौन हैं और कैसे चुने गए?
लाभार्थियों को ड्राइव चलाने वाले जिला/राज्य अधिकारियों द्वारा पूर्व निर्धारित किया जाता है उन्हें Co-Win पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और फोटो पहचान पत्र अपने साथ लाना होगा.
कहां होगा वैक्सीन का ड्राई रन?
प्रत्येक राज्य दो जिलों में पूर्वाभ्यास की योजना बनाएंगे और इसे विभिन्न सत्रों में जिला अस्पताल, शहरी स्थल, निजी स्वास्थ्य सुविधा, ग्रामीण इत्यादि जगहों पर किया जाएगा.
ड्राई रन के बाद क्या होगा?
ड्राई रन के बाद, राज्य सरकारें प्रतिक्रिया और सुझावों के साथ एक रिपोर्ट तैयार करेंगी. इसे आगे विचार-विमर्श और कार्रवाई के लिए केंद्र को भेजा जाएगा.
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