Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019States Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019दिल्ली में पहले फेज में 51 लाख लोगों को दी जाएगी वैक्सीन :केजरीवाल

दिल्ली में पहले फेज में 51 लाख लोगों को दी जाएगी वैक्सीन :केजरीवाल

अपने संबोधन में सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार ने लोगों को वैक्सीन देने का पूरा इंतजाम कर लिया है.

क्विंट हिंदी
राज्य
Published:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
i
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
(फोटो: PTI)

advertisement

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर सरकार के प्लान का ऐलान किया है. अपने संबोधन में सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार ने लोगों को वैक्सीन देने का पूरा इंतजाम कर लिया है. केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में करीब 51 लाख लोगों को प्राथमिकता पर वैक्सीन दी जाएगी, जिसमें हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं.

मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले फेज में हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 साल की उम्र से अधिक या जिन्हें डायबिटीज है, उन लोगों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी. इन सभी लोगों की पहचान की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है.

दिल्ली के पास कितनी स्टोरेज क्षमता?

सीएम केजरीवाल ने बताया कि 51 लाख लोगों को वैक्सीन देने के लिए करीब 1 करोड़ 2 लाख डोज की जरूरत पड़ेगी. दिल्ली के पास अभी 74 लाख डोज स्टोर करने की क्षमता है, जिसे अगले दिनों में बढ़ाकर 1 करोड़ किया जाएगा.

साइड इफेक्ट्स के लिए अलग व्यवस्था

वैक्सीन को लेकर दिल्ली सरकार हर तरह से तैयारियों में जुटी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि अगर किसी को भी वैक्सीन से साइड इफेक्ट होते हैं, तो उसके लिए भी अलग से इंतजाम किया गया है.

दिल्ली में जिन्हें वैक्सीन दी जाएगी, उसके लिए सभी का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा. दिल्ली सरकार समय-समय पर इन सभी लोगों को सूचना भी देती रहेगी.

केजरीवाल ने बताया कि जितनी भी लोकेशन और वर्कर्स की जरूरत पड़ेगी, उन्हें चिन्हित किया गया है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

भारत में अभी किसी वैक्सीन को मंजूरी नहीं

जहां अमेरिका, यूके, कनाडा जैसे कई देशों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, वहीं भारत में अभी तक किसी भी वैक्सीन को इमरजेंसी ऑथोराइजेशन नहीं मिला है. फाइजर/बायोएनटेक ने सबसे पहले DCGI को अनुमति के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद SII-ऑक्सफोर्ड (कोविशील्ड) और भारत बायोटेक (कोवैक्सीन) ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए इजाजत मांगी है. मॉडर्ना ने भी भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए आवेदन किया है.

भारत में वैक्सीन को अनुमति नहीं मिली है, लेकिन सरकार वैक्सीनेशन और स्टोरेज पर लगातार काम कर रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15 दिसंबर को बताया कि कोरोना वायरस की वैक्सीन स्टोरेज के लिए 29000 कोल्ड चेन प्वाइंट्स, 41000 डीप फ्रीजर और 300 सोलर रेफ्रिजरेटर सहित बाकी इक्विपमेंट्स का इस्तेमाल किया जाएगा.

वहीं, हाल ही में ANI को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि भारत में जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार पिछले 4 महीनों से राज्य सरकारों के साथ मिलकर, राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर अपनी तैयारियों पर काम कर रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT