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भारत में कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगातार वैक्सीनेशन (COVID 19 Vaccine) ड्राइव जारी है. इसी बीच एक स्टडी में बताया गया है कि सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड भारत बायोटेक की कोवैक्सीन से ज्यादा एंटीबॉडी प्रोड्यूस करती है. कोरोनावायरस वैक्सीन-प्रेरित एंटीबॉडी टिट्रे (COVAT) की स्टडी में उन लोगों की एंटीबॉडी टेस्ट की गई, जिन्हें दोनों वैक्सीन की डोज लग चुकी थीं.
स्टडी में बताया गया है कि, कोविशील्ड में सीरो पॉजिटिविटी दर और औसत एंटी-स्पाइक एंटीबॉडी टाइट्रे कोवैक्सीन की तुलना में काफी ज्यादा थी. मेडरेक्सिव में पब्लिश इस स्टडी का टाइटल है- "भारत में स्वास्थ्य देखभालकर्मियों के बीच कोविशील्डटीएम और कोवैक्सीनटीएम की दूसरी खुराक के बाद एंटीबॉडी प्रतिक्रिया: क्रॉस-सेक्शनल कोरोनावायरस वैक्सीन-प्रेरित एंटीबॉडी टिट्रे (कोवैट) स्टडी के अंतिम परिणाम."
हालांकि, कोविशील्ड बनाम कोवैक्सीन लेने वाले (98.1 बनाम 80.0 प्रतिशत; 127.0 बनाम 53 एयू/एमएल, दोनों पी) में एंटी-स्पाइक एंटीबॉडी में सीरो पॉजिटिविटी दर और माध्य (आईक्यूआर) दोनों वृद्धि काफी अधिक थी.
परिणामों में पाया गया कि 515 एचसीडब्ल्यू (305 पुरुष, 210 महिला) में से 95.0 प्रतिशत ने दोनों टीकों की दो खुराक के बाद सीरो पॉजिटिविटी दिखाई.
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