Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Coronavirus Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जर्मनी और फ्रांस समेत कई देशों ने लगाई AstraZeneca वैक्सीन पर रोक

जर्मनी और फ्रांस समेत कई देशों ने लगाई AstraZeneca वैक्सीन पर रोक

क्या है पूरा मामला, एस्ट्रोजेनेका का क्या कहना है?

क्विंट हिंदी
कोरोनावायरस
Published:
जर्मनी  समेत कई देशों ने लगाई AstraZeneca वैक्सीन पर रो
i
जर्मनी समेत कई देशों ने लगाई AstraZeneca वैक्सीन पर रो
(फोटो: IANS)

advertisement

जर्मनी, फ्रांस, इटली और स्पेन ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका COVID-19 वैक्सीन के इस्तेमाल को निलंबित कर दिया है, क्योंकि कई यूरोपीय देशों में रक्त के थक्के जमने के मामले सामने आए थे.

हालांकि एस्ट्राजेनेका और यूरोपीय नियामकों का कहना है कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह बताता हो कि ऐसी घटनाएं इस टीके के कारण हुई हैं. यूरोपीय संघ की औषधि नियामक एजेंसी ने एस्ट्राजेनेका के बारे में विशेषज्ञों के निष्कर्षों की समीक्षा के लिए गुरुवार को बैठक बुलाई है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

एस्ट्रोजेनेका की ओर से कहा गया कि यूरोपीय संघ और ब्रिटेन में करीब 1.7 करोड़ लोगों को यह टीका लगाया गया है और इस समूह में रक्त के थक्के जमने के 37 मामले हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूरोपीय संघ की यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी ने भी कहा कि ये आंकड़े यह नहीं बताते कि खून के थक्के जमने और टीका लगने के बीच कोई संबंध है.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि फ्रांस में एस्ट्राजेनेका कोरोना वायरस टीके का इस्तेमाल एहतियात के तौर पर निलंबित किया जा रहा है. जर्मनी ने भी एस्ट्राजेनेका कोविड टीके के संभावित दुष्प्रभावों के बारे में आई खबरों के बाद इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. सरकार ने कहा है कि टीका लगाने वालों के शरीर में रक्त के थक्के जमने की खबरों के मद्देनजर यह कदम उठाया गया.

ब्रिटिश स्वीडिश दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ब्रिटेन के दवा नियामक ने कहा है कि COVID-19 से सुरक्षा के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित वैक्सीन सुरक्षित है और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इन टीकों के कारण रक्त का थक्काकरण हुआ है जैसा कुछ यूरोपीय देशों से खबर आई है.

यह बयान तब आया है जब रक्त थक्काकरण की खबरों के बाद नीदरलैंड ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल निलंबित करने वाला एक और देश बन गया. इससे पहले आयरलैंड, बुल्गारिया, डेनमार्क, नॉर्वे और आइसलैंड ने भी रक्त थक्काकरण को लेकर चिंताएं सामने आने के बाद एहतियात के तौर पर इस टीके पर रोक लगा दी थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT