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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को अगले तीन महीनों में उन्हें इस पर रिपोर्ट करने का आदेश दिया कि COVID-19 वायरस पहली बार चीन में किसी जानवर स्रोत से सामने आया या लैब एक्सीडेंट से.
व्हाइट हाउस की ओर से जारी किए गए एक बयान में बाइडेन ने कहा कि एजेंसियों को "सूचना जुटाने और विश्लेषण करने के अपने प्रयासों को दोगुना करना चाहिए, जिससे हम एक निश्चित निष्कर्ष के करीब पहुंच सकें."
बाइडेन का आदेश बढ़ते इस विवाद में बढ़ोतरी का संकेत देता है कि वायरस पहली बार कैसे सामने आया – चीन के वुहान स्थित बाजार में जानवरों के संपर्क के जरिए, या उसी शहर में काफी सुरक्षित रिसर्च लैब से कोरोना वायरस की रिलीज के जरिए.
बाइडेन ने बताया कि मार्च में उन्होंने वायरस की उत्पत्ति पर एक रिपोर्ट मांगी थी, जिसमें यह पता लगाना शामिल था कि "क्या यह किसी संक्रमित जानवर के साथ इंसान के संपर्क से सामने आया या फिर लैब एक्सीडेंट से."
उन्होंने कहा कि फिलहाल अमेरिकी खुफिया समुदाय 'दो संभावित परिदृश्यों' के इर्द-गिर्द है, लेकिन इस सवाल को लेकर एक निश्चित निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा है.
चीन ने बुधवार को यह सवाल टाल दिया कि वो वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान (WIV) से COVID-19 के लीक होने के आरोपों की स्वतंत्र जांच की अनुमति देगा या नहीं. वहीं चीन के शोधार्थियों ने आशंका जताई है कि हो सकता है कि यह संक्रमण पैंगोलिन (एक प्रकार की छिपकली) से इंसान तक पहुंचा हो.
जांच की मांग पर सवालों के जवाब देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञ समूह द्वारा कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर किए गए अध्ययन का हवाला दिया, लेकिन इस सवाल को टाल दिया कि COVID-19 के WIV से लीक होने के आरोपों की जांच पर बीजिंग सहमत होगा या नहीं.
(AFP और PTI के इनपुट्स के साथ)
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